सौ साल पहले चम्पारण (बिहार) की धरती पर मोहनदास…… अकेले आये थे…….. लेकिन चम्पारण ने जब उस मोहन को ‘महात्मा’ बना दिया तो देशवासियों ने महात्मा को हृदय में समा लिया…… और फिर उसी महात्मा गांधी के सत्य-अहिंसा के सम्बल के साथ ‘आजादी’ की खातिर…… चल पड़े कोटि पग उसी ओर……..!
यह भी बता दें कि जहाँ उसी महात्मा के कारण समस्त भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के साथ महामहिम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पटना के एस.के.मेमोरियल हॉल में आकर यह उद्घोष किया कि- “भारत के युवजनों ! भारतीय होने पर गर्व करें !” वहीं आजादी के बाद ऐसा आयोजन पहली बार करके बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक स्वर्णिम इतिहास रचकर सम्पूर्ण विश्व को यह संदेश दिया कि- “विविधता में एकता ही भारत की पहचान है |”
मधेपुरा में तो कई दिनों से बी.एन.मंडल स्टेडियम और भूपेन्द्र कलाभवन दोनों चम्पारण सत्याग्रह की उत्सवधर्मिता में डूबा हुआ है | स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान को अपना सौभाग्य मानने वाले डायनेमिक डीएम मो.सोहैल एवं एसपी विकास कुमार अपनी पूरी टीम सहित गणमान्यों, शिक्षाविदों एवं समाजसेवियों के सहयोग से पूरे जिले को गांधीमय बनाने में लगे हैं | कहीं डीएम, एसपी, एएसपी, एसडीएम, डीपीआरओ, डीईओ…….. सहित गणमान्यों के नेतृत्व में “गांधीयात्रा” निकाली जा रही है तो कहीं स्कूली बच्चों द्वारा गांधी-कस्तूरबा की झांकी निकाली जा रही है | कहीं सर्वधर्म प्रार्थना हो रही है तो कहीं जमीन पर बैठकर गांधी व्याख्यानमाला में शहर के शिक्षाविदों की भागीदारी हो रही है |
बता दें कि जहाँ कला भवन में प्रो. श्यामल किशोर यादव एवं डॉ.मधेपुरी के नेतृत्व में गाँधी व्याख्यान माला में उद्गार व्यक्त करने वाले शिक्षाविदों में होते हैं- प्राचार्य डॉ.एच.एल.एस. जौहरी , प्रो.प्रज्ञा प्रसाद, डॉ.अमोल राय, प्राचार्य डॉ.विश्वनाथ विवेका, प्राथमिक शिक्षक संघ के सचिव वीरेंद्र प्रसाद यादव, डॉ.विनय कुमार चौधरी एवं डॉ.आलोक कुमार वहीं पटना नहीं जा सकने वाले स्वतंत्रता सेनानियों एवं दिवंगत सेनानियों की धर्मपत्नियों को संवेदनशील डीएम मो.सोहैल के नेतृत्व में एसडीएम संजय कुमार निराला की टीम द्वारा माला पहनाकर अंगवस्त्रम व प्रतीक सहित सम्मान किया जाता है | जिला अतिथिगृह में उन्हें भोजनादि कराकर ससम्मान आवश्यकतानुसार सरकारी वाहन से गंतव्य तक पहुंचा दिया जाता है |
फिर बीएन मंडल स्टेडियम में “एक शाम बापू के नाम” सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर डीएम मो.सोहैल, डी.डी.सी.मिथिलेश कुमार, एसडीएम संजय कुमार निराला, प्रो.रवि रंजन, मो.शौकत अली, एनडीसी मुकेश कुमार आदि ने संयुक्त रुप से किया जिसमें नवाचार मंडल इप्टा जूनियर टीम , हॉली क्रॉस स्कूल, डी.पी.एस., माया विद्या निकेतन के बच्चे-बच्चियों सहित सभी स्थापित कलाकार शशि प्रभा, पुष्पलता, रौशन कुमार आदि ने उत्कृष्ट प्रदर्शनों से मधेपुरा को गाँधीमय बना दिया |
लेकिन गाँधी की तेज चाल भला इतनी जल्दी कैसे रुकेगी- मधेपुरा सदर प्रखंड में मंगलवार को निर्धारित कार्यक्रमानुसार प्रखंड उपप्रमुख जयकांत यादव की अध्यक्षता में शिक्षाविदों की टीम के सदस्यों प्रो.श्यामल किशोर यादव, डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, डॉ.एच.एल.एस. जौहरी, डॉ.विश्वनाथ विवेका, प्रो.प्रज्ञा प्रसाद, डॉ.विनय कुमार चौधरी एवं डॉ.आलोक कुमार आदि ने विस्तार से विचार व्यक्त करते हुए प्रायः यही कहा कि धार्मिक टकराहट भ्रष्टाचार से उत्पन्न जितनी भी समस्याएं हैं इन तमाम समस्याओं का निदान गाँधी के विचारों में छुपा हुआ है | इसे विस्तार देते हुए डॉ.मधेपुरी ने गांधीवादी विचारधारा के पोषक क्रांतिवीर शिवनंदन प्रसाद मंडल की 126वीं जयंती की चर्चा के साथ श्रद्धांजलि स्वरुप 1934 के भूकंप में क्षत-विछत हुई मानवता की सुधि लेने आये महात्मा गांधी और शिवनंदन बाबू की मुलाकात की भी चर्चा की और कहा कि जाते समय बापू ने सेंट्रल रिलीफ टीम के सभी सदस्यों से इतना ही कहा-
“इसे तुम समाज में व्याप्त छुआछूत जैसे अंधविश्वास एवं पाप का ईश्वरीय दंड ही समझना |”
अंत में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी बीडीओ अजीत कुमार, सीओ मिथिलेश कुमार के विमर्शोपरान्त कार्यक्रम पदाधिकारी प्रमोद प्रियदर्शी ने धन्यवाद ज्ञापित किया |