Sushma-Jaitley

सुषमा अगली राष्ट्रपति होंगी और जेटली उपराष्ट्रपति !

उत्तर प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री की तरह ही राजनीतिक गलियारों में देश के अगले राष्ट्रपति को लेकर भी अटकलें हैं। वैसे तो भाजपा के सक्रिय नेताओं में वरिष्ठतम और कद में अटल बिहारी वाजपेयी के समकक्ष भूतपूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च पद का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है और उनके साथ-साथ वाजपेयी-आडवाणी के साथ त्रिमूर्ति के तौर पर शुमार भूतपूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री मुरली मनोहर जोशी का नाम भी चर्चा में था, पर इन दोनों नेताओं के अतिरिक्त इस पद के लिए अचानक एक और नाम हवा में तैरने लगा है, और वो नाम है विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का। कहा यह भी जा रहा है कि वित्तमंत्री अरुण जेटली देश के अगले उपराष्ट्रपति हो सकते हैं।

सुषमा स्वराज का नाम सामने आने के पीछे दो बड़े कारण बताए जा रहे हैं। पहला, उनका महिला होना और दूसरा मार्गदर्शक मंडल में शामिल नेताओं को सांकेतिक महत्व तक ही सीमित रखने की मोदी की रणनीति। सबको हैरान करने की राजनीति में यकीन रखने वाले मोदी अगर ये दांव भी चल दें तो कोई आश्चर्य की बात नहीं। वैसे भी सुषमा की योग्यता पर प्रश्नचिह्न उठाना संभव नहीं, महिला सशक्तिकरण का नारा भी उनसे बुलंद होगा ही और रही बात वरिष्ठता की तो आडवाणी-जोशी के ठीक बाद वाले पायदान पर तो वो खड़ी हो ही सकती हैं।

सूत्रों के मुताबिक एक और चौंकाने वाली ख़बर यह भी है कि देश के वित्त मंत्री (और अब रक्षामंत्री भी) अरुण जेटली को अगला उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता है। कहने की जरूरत नहीं कि जेटली केन्द्र सरकार के ताकतवर और मोदी के भरोसेमंद मंत्रियों में एक हैं।

गौरतलब है कि अगले राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव जुलाई-अगस्त में संभावित है। अगर ऊपर दी गई जानकारियां सही साबित होती हैं तो मोदी मंत्रिमंडल का पूरा चेहरा ही बदल जाएगा। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर पहले ही गोवा जा चुके हैं और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को यूपी भेजे जाने की चर्चा जोरों पर है। यानि मोदी मंत्रिमंडल में मोदी के कद के आसपास भी कोई नहीं होगा। दूसरे शब्दों में मोदी मंत्रिमंडल को मोदीमय करने की तैयारी है ये।

मधेपुरा अबतक के लिए डॉ. ए. दीप

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