अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जिले के अधिकाधिक प्रखंडों में विभिन्न शैक्षणिक एवं सामाजिक संगठनों द्वारा भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रही महिलाओं को सम्मानित करने हेतु आयोजनों की झड़ी लगा दी गई |
यह भी बता दें कि सिंहेश्वर, शंकरपुर, बिहारीगंज, ग्वालपाड़ा, मधेपुरा आदि कई प्रखंडों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया | नन्हीं बच्चियों द्वारा झांकियां निकाली गई | ग्रामीण क्षेत्रों की जीविका दीदियाँ परिवर्तन की वाहक बनी- “जहां नारी की पूजा होती है, वहीं देवता बास करते हैं” |
इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जहां मधेपुरा के हॉली क्रॉस स्कूल में आयोजित बालिका जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्या डॉ.वंदना कुमारी ने बालिकाओं को शिक्षित बनाने पर बल दिया और माया विद्या निकेतन की प्राचार्या चंद्रिका यादव द्वारा इस अवसर पर समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया वहीं कोशी वूमेन डिग्निटी फोरम की अध्यक्षा डॉ.शांति यादव ने कहा कि नारी अब अबला नहीं रही, बल्कि वह हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है |
ऐसी ही महिला विदुषियों की रचनात्मक भावनाओं के कारण अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जहाँ राज्य के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महिलाओं को राशन दुकानों में 35% आरक्षण का बड़ा तोहफा देकर सम्मानित किया गया वहीं महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा घर-परिवार एवं पिता मो.इस्माइल की इच्छा के विरुद्ध प्रथम महिला डीजल इंजन चालक यानि 45 वर्षीया मुमताज काजी को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया |
बता दें कि इस अवसर पर मधेपुरा जिला परिषद सभागार में जिले के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल की टीम के डीपीओ (साक्षरता) सुरेन्द्र प्रसाद, उत्पाद अधीक्षक शैलेश चौधरी, प्रारंभिक काल से ही साक्षरता से जुड़े प्रो.सच्चिदानंद यादव, डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, मुरलीधर, जानेश्वर शर्मा, सुमित कुमार सोनू सहित जीविका की दीदीयों एवं जिप के उपाध्यक्ष रघुनंदन दास आदि की उपस्थिति में जिला परिषद अध्यक्षा श्रीमती मंजू देवी की अध्यक्षता में जिप सभागार में ‘नशामुक्ति’ पर संगोष्ठी आयोजित की गयी |
जहां जिप अध्यक्षा मंजू देवी ने अपने संबोधन में यही कहा कि शराब बंदी से खुशहाली आई है वहीं उपाध्यक्ष रघुनंदन दास ने कहा कि शराबबंदी से महिलाओं पर हो रहे अत्याचार में कमी आयी है और टी.पी. कॉलेज के पूर्व प्राचार्य व अर्थशास्त्री प्रो.सच्चिदानंद यादव ने अपने संबोधन में यही कहा कि शराब बंदी से आर्थिक सुधार का श्रीगणेश हुआ है तथा नशा बंदी लागू हो जाय तो आर्थिक सुधार को पंख लगने में देर नहीं लगेगी | समाज के विकास में महिलाएं बराबर की भागीदारी निभायेगी |
इसके अलाबे शिक्षा विभाग के डी.पी.ओ. सुरेन्द्र प्रसाद ने जहां समाज और राष्ट्र-निर्माण में महिलाओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया वहीं उत्पाद अधीक्षक शैलेश चौधरी ने कहा कि आधी आबादी के पीछे रहने से समाज का कभी भी समग्र विकास नहीं हो सकता है |
आरंभ में मुरलीधर के कला जत्था की टीम द्वारा अतिथियों के लिए जहां स्वागतगान प्रस्तुत की गयी वहीं अंत में समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने विस्तार से महिलाओं के आत्मनिर्भर एवं सफल होने के बाबत- एवेरेस्ट पर एक ही वर्ष में दो बार भारतीय तिरंगा फहराने वाली विश्व की प्रथम महिला पद्मश्री संतोष यादव एवं नेत्रहीन दिव्यांग कंचन गावा आदि की कहानियाँ सुनाई ताकि आधी आबादी का घर-परिवार और समाज मजबूत हो सके | डॉ.मधेपुरी ने जीविका दीदीयों को अपने अतीत को याद करने की सीख देते हुए यही कहा कि पुरुष को जब भी ज्ञान, शक्ति और संपत्ति की जरूरत पड़ी तो वह सरस्वती, दुर्गा और लक्ष्मी के शरण में शीश झुकाते रहे | अंत में कला जत्था के कलाकारों द्वारा प्रसाद वितरण के साथ धन्यवाद ज्ञापित किया गया |