Mahatma Gandhi Pratima at Samaharnalaya Madhepura

कोई व्यक्ति जैसा सोचता है, वैसा ही वह बन जाता है !

आज 30 जनवरी है- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का शहादत दिवस ! कुष्ठरोगियों के प्रति उनके अपार स्नेह एवं उत्कृष्ट सेवा भाव के चलते ही आज के दिन को “कुष्ठ दिवस” के रूप में भी मनाया जाता है | राष्ट्रपिता गांधी के संपूर्ण राष्ट्र को कुष्ठ मुक्त कराना बापू के वंशजों ( हिन्दू-मुस्लिम-सिक्ख-ईसाई….) की सामूहिक जिम्मेवारी है |

यह भी बता दें कि मधेपुरा के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल (भा.प्र.से.) द्वारा समाहरणालय परिसर में राष्ट्रपिता बापू की आदमकद भव्य प्रतिमा श्रद्धापूर्वक स्थापित ही नहीं की गई बल्कि आज उनकी शहादत दिवस पर दस बजे से साढ़े ग्यारह बजे यानि डेढ़ घंटे के लिए सादगी के साथ भव्य समारोह का आयोजन भी किया गया |

Samajsevi Dr.Bhupendra Madhepuri paying tribute by garlanding Rashtrapita Mahatma Gandhi's statue at the campus of Madhepura Collectriate on the Martyrs Day 30th January 2017
Samajsevi Dr.Bhupendra Madhepuri paying tribute by garlanding Rashtrapita Mahatma Gandhi’s statue at the campus of Madhepura Collectorate on the Martyrs Day 30th January 2017

सर्वप्रथम बापू की प्रतिमा पर डीएम मो.सोहैल, एसपी विकास कुमार, समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, सिविल सर्जन गदाधर पांडे, जिला परिषद अध्यक्षा मंजू देवी, प्रभारी पदाधिकारी राखी कुमारी, एएसपी राजेश कुमार, एसडीएम संजय कुमार निराला, एनडीसी मुकेश कुमार, नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार पवन, नरेश पासवान सहित समस्त कार्यालय कर्मीगण द्वारा माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि किया गया |

DM Md.Sohail (IAS), SP Vikash Kumar (IPS), CS Dr.Gadadhar Pandey, Samajsevi Dr.Bhupendra Madhepuri & others attending Sarbdharma Prarthna Sabha in Samaharnalaya Campus, Madhepura.
DM Md.Sohail (IAS), SP Vikash Kumar (IPS), CS Dr.Gadadhar Pandey, Samajsevi Dr.Bhupendra Madhepuri & others attending Sarbdharma Prarthna Sabha in Samaharnalaya Campus, Madhepura.

यह भी जानिये कि आगे ठीक 11:00 बजे सायरन की आवाज बंद होते ही 11:00 से 11:02 बजे पूर्वाहन तक (2 मिनट) परिसर स्थित राष्ट्रपिता बापू की प्रतिमा के चारों ओर अधिकारी-पदाधिकारी-कर्मचारी सहित मीडिया के लोग, छात्र और व्यापारी सभी मौन खड़े रहे और उस दरमियान देशवासियों के लिए समर्पित बापू के त्याग और वलिदान को स्मरण करते हुए मन ही मन यही सोचते रहे- ‘कोई व्यक्ति जैसा सोचता है, वैसा ही वह बन जाता है |’

अंत में यह भी कि डी.एम. मो.सोहैल द्वारा कुष्ठ दिवस के बाबत एक संदेश के पाठ के साथ-साथ उपस्थित जनों को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के “कुष्ठ मुक्त भारत” के सपने को पूरा करने हेतु “संकल्प” भी कराया गया और तत्पश्चात समापन की घोषणा के साथ अपने-अपने कार्यालयों की ओर जाकर बापू के गांवों में बसे लोगों के विकास हेतु कार्यों में सभी जुट गये |

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