Salman Khan

‘सलमान कोर्ट में आते हैं जेल में नहीं’

ट्विटर पर बॉलीवुड स्टार सलमान खान को लेकर ट्वीट्स की जैसे बौछार हो रही है। कोई कह रहा है ‘सलमान कोर्ट में आते हैं जेल में नहीं’ तो किसी का कहना है ‘जज घूमया थारे जैसा ना कोई!’ भाई ऐसे कमेंट तो आएंगे ही, बात ही ऐसी है। जोधपुर सेशंस कोर्ट ने बॉलीवुड के इस ‘सुल्तान’ को 18 साल पुराने आर्म्स ऐक्ट केस में बरी जो कर दिया है। जी हाँ, कोर्ट ने सलमान को ‘संदेह’ का फायदा देकर बरी किया है। हालांकि ये अलग बात है कि कोर्ट के इस फैसले के बाद दुख, क्रोध, खीझ और इन सबके कारण उपजे व्यंग्य से भरे ट्वीट की भी कमी नहीं है जिनमें ये कहा जा रहा है कि ‘हिरण खुद ही गोली के सामने आ गया होगा’ या फिर ‘बेचारे ने खुद को ही गोली मार ली होगी!’

बहरहाल, सलमान खान के खिलाफ आर्म्स ऐक्ट के तहत जोधपुर सेशंस कोर्ट में मामला चल रहा था और बुधवार सुबह 10.30 बजे फैसला सुनाने का वक्त मुकर्रर किया गया था। मगर सलमान करीब घंटाभर देरी से पहुँचे। फैसले के मुताबिक सलमान को संदेह का लाभ दिया गया है क्योंकि अभियोजन पक्ष के वकील मामला साबित नहीं कर सके। फैसले के दौरान सलमान की बहन अलवीरा उनके साथ थीं। फैसला सुनाने में जज को महज 5 मिनट लगे, जिसके तत्काल बाद सलमान कोर्ट से चले गए। उधर सरकारी वकील का कहना है कि फैसले के विश्लेषण के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दलपत सिंह राजपुरोहित ने सलमान को फैसला सुनाए जाने के दौरान अदालत में मौजूद रहने का निर्देश दिया था। इस मामले में अंतिम दलीलों पर सुनवाई पिछले साल 9 दिसंबर को शुरू हुई थी। सलमान पर कांकणी गांव में दो काले हिरणों के कथित शिकार के दौरान कथित रूप से उन हथियारों का इस्तेमाल करने और रखने के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया था जिनके लाइसेंस की अवधि समाप्त हो चुकी थी। मामला वन विभाग ने दर्ज कराया था।

गौरतलब है कि आर्म्स ऐक्ट का यह मामला जोधपुर में सलमान के खिलाफ दर्ज चार मामलों में एक है। बाकी तीन मामले चिंकारा और काले हिरणों के शिकार से जुड़े हुए हैं। दो मामलों में सलमान को हाईकोर्ट से बरी किया जा चुका है। अब आर्म्स ऐक्ट के मामले में फैसला आने के बाद शिकार से जुड़ा एक ही मामला उनके खिलाफ लंबित है। कानूनी जानकार मानते हैं कि उस मामले में भी सलमान को राहत मिलने की पूरी उम्मीद है क्योंकि बाकी सभी मामले अब खारिज हो चुके हैं। इससे पहले सलमान हिट एंड रन केस में भी बरी हो चुके हैं। लब्बोलुआब ये कि तुलसीदास जिस बात को सैकड़ों साल पहले समझ कर समझा गए, उसे हमें कम से कम अब तो समझ ही लेना चाहिए कि ‘समरथ को नहिं दोष गुसाईं।‘

मधेपुरा अबतक के लिए डॉ. ए. दीप

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