भारत सरकार के कला-संस्कृति विभाग के पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र कोलकाता द्वारा मधेपुरा में त्रिदिवसीय “भारत लोकरंग महोत्सव” का आयोजन शहीद चुल्हाय मार्ग स्थित बी.पी. मंडल टाउन हॉल में 4-6 जनवरी 2017 तक महेन्द्र कुमार एवं सुभाष चंद्र की पूरी टीम के सहयोग से किया गया |
यह भी बता दें कि जहाँ पटना में गुरु गोविंद सिंह के 350वें प्रकाश-पर्व पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल खोलकर सीएम नीतीश कुमार की सराहना की वहीं मधेपुरा में एसपी विकास कुमार, डी.डी.सी मिथिलेश कुमार एवं समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी सहित श्यामल किशोर यादव, वार्ड पार्षद श्वेत कमल उर्फ़ बउवाजी ने दीप प्रज्वलित कर आयोजन का शुभारंभ किया तथा उड़ीसा, महाराष्ट्र एवं असम-बिहार आदि से आये संस्कृति प्रेमी पुरुष व महिला कलाकारों के प्रदर्शन की जमकर तारीफ की |
इस अवसर पर जहाँ डी.डी.सी. मिथिलेश कुमार एवं आरक्षी अधीक्षक विकास कुमार ने भारतीय कला एवं संस्कृति को ऊंचाई देने एवं अक्षुण्ण रखने के लिए लोकरंग महोत्सव की आवश्यकता पर बल दिया वहीँ समाजसेवी डॉ.मधेपुरी ने स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित करने पर बल दिया |
जहाँ पहले दिन उड़ीसा के डॉ.बी.साहू ने मुगल तमाशा पर विस्तार से प्रकाश डाला वहीं दूसरे दिन महाराष्ट्र से मंचीय महारत प्राप्त देवानंद ने अपनी सजी-सजायी हुई टीम के साथ नृत्य की धड़कन से श्रोताओं में कंपन पैदा करने में सौ फीसदी कामयाबी हासिल की | पुरानी लोक गाथा पर आधारित ‘तमाशा’ की बेहतरीन एवं रंगीन प्रस्तुति कर खूब बाहवाही लूटी |
अंतिम दिन भी कला संस्कृति को समर्पित महेन्द्र कुमार एवं सुभाष चंद्र आदि ने असाम-बिहार के अंतर्राष्ट्रीय कला-संस्कृति से एक दूसरे को आपस में जोड़ते हुए कहा कि लघुनाटक, नृत्य, गीत-संगीत सहित विलुप्त हो रहे कला-संस्कृति को पुनर्जीवित एवं पुर्नर्स्थापिक करने में पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र एवं उसके निदेशक डॉ.ओम प्रकाश भारती समर्पित होकर इस दिशा में काम कर रहे हैं |