मिले ‘सुर’ मेरा तुम्हारा

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने साल 2013-14 के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कॉरपोरेट घरानों द्वारा करोड़ों की रिश्वत दिए जाने का आरोप लगाया था। राहुल के सुर में सुर मिलाते हुए लालू ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पूरी तरह से फंस गए हैं, अब उन्हें राष्ट्र को सफाई देनी होगी। लालू ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच होनी चाहिए।
बता दें कि बुधवार को गुजरात के मेहसाणा में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि आदित्य बिड़ला और सहारा समूह ने 40 करोड़ रुपये नरेन्द्र मोदी को दिए थे। लालू का कहना है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रधानमंत्री के ऊपर इस तरह के आरोप बिना सबूत नहीं लगा सकते। इससे साबित होता है कि प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार में शामिल थे। मैं इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग करता हूँ। लालू ने यह भी कहा कि अगर कोई प्रवक्ता अब प्रधानमंत्री के बचाव में बयान देगा तो यह गलत होगा।
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने कहा था कि इनकम टैक्स के रिकॉर्ड के मुताबिक अक्टूबर 2013 से फरवरी 2014 के बीच सहारा ग्रुप ने प्रधानमंत्री मोदी को 40 करोड़ रुपए दिए थे। ये पैसे 9 बार में दिए गए थे। बिड़ला ग्रुप को लेकर राहुल का आरोप है कि इस ग्रुप ने प्रधानमंत्री को 12 करोड़ रुपये दिए थे।
बहरहाल, राजनीति तो खेल ही आरोप-प्रत्यारोप का है। भाजपा राहुल के बयान को पहले ही ‘बचकाना’ और ‘बेबुनियाद’ बता चुकी है। यहाँ गौर करने की बात यह है कि आरोपों के इस खेल में लालू अचानक राहुल-राग क्यों अलापने लगे? कहीं इसका कारण भाजपा के संग नीतीश की बढ़ती नजदीकियों की ख़बरें तो नहीं? कहीं लालू कांग्रेस के संग कोई ‘संभावना’ तलाशने में तो नहीं जुटे हैं? जो भी हो, लालू राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हैं और मोदी पर लगाए गए आरोपों पर राहुल का समर्थन कर उन्होंने मौके पर चौका मारा है। आप गौर से देखें तो पाएंगे कि एक तीर से उन्होंने दो निशाना – नीतीश पर ‘दबाव’ और कांग्रेस पर ‘प्रभाव’ – साधा है।

‘मधेपुरा अबतक’ के लिए डॉ. ए. दीप

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