जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘नोटबंदी’ एक राष्ट्रीय क्रान्ति का रुप धारण कर चुका है वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का “शराबबंदी” सामाजिक क्रान्ति के स्वरुप में ढल चुका है |
यह भी बता दें कि मद्यनिषेध दिवस पर दिनभर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन होते रहे | प्रात: काल एस.एन.पी.एम. स्कूल के मैदान में “मद्यनिषेध मार्च” को प्रो.श्यामल किशोर यादव व डीपीओ सुरेंद्र प्रसाद ने हरी झंडी दिखाते हुए यही कहा कि नशाबंदी के आशातीत परिणाम सामने आने के बावजूद कुछ असामाजिक तत्व अभी भी इसके विरुद्ध सक्रिय हैं | नशाबंदी के बाबत वातावरण निर्माण में समन्वयक जानेश्वर शर्मा, स्काउट एण्ड गाइड के आयुक्त जय कृष्ण यादव, प्राचार्य डॉ.निरंजन कुमार, भीम शंकर सिंह, रेखा देवी, मुरलीधर यादव आदि को सक्रिय देखे गये |
वहीं संध्याकाल में बी.एन. मंडल स्टेडियम में लगे राष्ट्रीय व्यापार मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु बनाये गये मंच से शिक्षा व मद्यनिषेद विभाग द्वारा आयोजित चित्रकला में सर्वश्रेष्ठ तीन प्रतिभागियों- संतोष कुमार, अंकिता काश्यप एवं ब्यूटी कुमारी तथा निबन्ध प्रतियोगिता में संदीप कुमार, रीतु रानी एवं कीर्ति लता आर्य को समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, प्रो.श्यामल किशोर यादव, डॉ.शांति यादव एवं प्राचार्य डॉ.एच.एल.एस.जौहरी की मौजूदगी में जिले के डायनेमिक डीएम मो.सोहैल (भा.प्र.से.) द्वारा सम्मानित किया गया |
इस अवसर पर डी.एम. मो.सोहैल ने कहा कि प्रतिभाशाली छात्रों को हर जगह मिलता है सम्मान और साथ ही यह भी कि बिना पढ़ाई के बेहतर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती | अंत में उन्होंने आह्वान किया कि 21 जनवरी, 2017 को सभी लोग अपने-अपने घर से निकलकर नशाबंदी के पक्ष में ‘मानव श्रृंखला’ बनाएंगे |
मौके पर उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर राजकिशोर सिंह, वार्ड पार्षद ध्यानी यादव, मद्यनिषेध को समर्पित गंगा दास, स्काउट गाइड के जयकृष्ण यादव, प्रभारी डी.ई.ओ. शिव शंकर राय आदि मौजूद थे |