जिला प्रशासन एवं बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा दो दिवसीय युवा-उत्सव को महोत्सव का स्वरूप प्रदान किया गया | जिले के तेरहो प्रखंड के 15 से 35 वर्ष आयु वाले विभिन्न कलाओं से लैश 100 से अधिक निबंधित हुनरमंद युवाओं को सरकारी स्तर पर प्रोत्साहित किये जाने हेतु यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है |
इस अवसर पर भीड़ भरे कला भवन में दो दिवसीय युवा उत्सव का उद्घाटन उपविकास आयुक्त मिथिलेश कुमार, एडीएम मो.मुर्शीद आलम, समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी, शौकत अली, जिला उपनिर्वाची पदाधिकारी महेश पासवान द्वारा निर्णायक मंडल के सदस्य डॉ.शान्ति यादव, प्रो.अविनाश, डॉ.रविरंजन, उपेन्द्र प्रसाद यादव एवं किशोर कुमार की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर किया गया | मौके पर डीडीसी श्री कुमार ने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि जिला स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कलाकारों एवं साहित्यकारों को राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर मिलेगा | वहीं एडीएम मुर्शीद आलम ने कहा कि कला एवं संस्कृति को ऊंचाई प्रदान करने के लिए प्रशासन का पूरा सहयोग मिलेगा |
यह भी बता दें कि जिले के स्थायी कला समिति के सदस्य डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी की देख-रेख में आयोजित इस युवा महोत्सव में उन्होंने जिले भर के युवाओं से डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के संदेश को विस्तार से कहते हुए अंत में यही कहा- “ये आँखें दुनिया को दुबारा नहीं देख पायेंगी, इसलिए तुम्हारे अंदर जो बेहतरीन है वह दुनिया को देकर जाना, बच्चों को देकर जाना !”
डॉ.मधेपुरी ने जिला पदाधिकारी मो.सोहैल की पूरी टीम द्वारा जिले के विकास के बाबत कई मामले में राज्य में नंबर वन स्थान पाने के लिए, युवाओं की जोरदार तालियों के बीच, स्वागत किया और बधाई भी दी |
युवा उत्सव के प्रथम दिन यानि 12 नवंबर, 2016 को शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय गायन, सुगम संगीत और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन पूरा कर लिया गया | कार्यक्रम का संचालन जिला कबड्डी संघ के सचिव अरुण कुमार ने किया |