Samajsevi Dr.Bhupendra Madhepuri , ADJ Raman Kumar Raman, Zila Parishad Chair Person Manju Devi inaugurating Krishnaasthmi-Gopashtami Festival in pious presence of Dr.RK Pappu, Dr.Vijay Kumar Vimal, Sachindra Mahto and others at Gaushala Campus Madhepura .

मधेपुरा में दस दिवसीय गोपाष्टमी समारोह आयोजित

शहर के श्रीकृष्ण गौशाला परिसर में 10 दिवसीय गोपाष्टमी महोत्सव का उद्घाटन ए.डी.जे. रमण कुमार रमण, जिला परिषद अध्यक्षा मंजू देवी समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी , अध्यक्ष डॉ.सुरेश प्रसाद यादव द्वारा चिकित्सक डॉ.आर.के.पप्पू, पूर्व मुख्य पार्षद डॉ.विजय कुमार विमल, पूर्व रजिस्ट्रार सचिंद्र महतो, सचिव चंद्रशेखर, प्रमंडलीय शिक्षक नेता परमेश्वरी प्रसाद यादव आदि की पावन उपस्थिति में दीप प्रज्जवलित कर किया गया |

उद्गार व्यक्त करते हुए उद्घाटनकर्ता ए.डी.जे. रमण कुमार रमण एवं मुख्य अतिथि जिला परिषद अध्यक्षा मंजू देवी व अध्यक्ष डॉ.सुरेश प्रसाद यादव सहित सभी वक्ताओं ने गौ संरक्षण पर ध्यान देते हुए इस गौशाला को सौन्दर्योपासना का अद्भुत स्थल बनाने पर बल दिया |

वर्तमान निर्माणाधीन श्री कृष्ण मंदिर के संरक्षक समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए यही कहा कि यदि भारतीय वांग्यमय से 16 कला से पूर्ण श्रीकृष्ण और मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम को अलग कर दिया जाए तो सामाजिक जीवन की सरसता और समरसता समाप्त हो जायेगी |

डॉ.मधेपुरी ने विश्व के महान समाजवादी चिंतक डॉ राम मनोहर लोहिया को उद्धृत करते हुए कहा कि इतिहासकारों ने राम और कृष्ण को अनुकरणीय की कोटी से बाहर रखकर सर्वथा पूजनीय बना दिया ऐसा करके इतिहासकारों ने भारतीय युवजनों को सर्वाधिक क्षति पहुंचाया है | उन्होंने कहा कि राम और कृष्ण भी तो मनुष्य की ही तरह हैं, जैसे हर आदमी जन्म से मृत्यु तक षटविकार से घिरा रहता है उसी तरह ये दोनों भी षटविकार से बिल्कुल मुक्त नहीं रहे हैं |

बकौल डॉ. मधेपुरी व्यापार मंडल के अध्यक्ष योगेन्द्र प्राणसुखका के दादाश्री रामेश्वर प्राणसुखका  सहित सागरमल प्राणसुखका और जीवन सर्राफ आदि जैसे दानवीरों द्वारा इस गौशाला को 300 बीघे  से अधिक जमीन दान में दी गई थी | तब पूरे शहर में गोपाष्टमी के दिन गायों की कतारें जिधर से गुजरती उधर ही बहनें और मातायें सजधज कर पूजा करने के लिए इंतजार कर रही होती थी और आज स्थिति यह है कि गौशाला की जमीन सिकुड़ती चली जा रही है और गौशाला केवल नाम का रह गया है, जहां गाय की कौन कहे पूंछ वाली बाछी तक नहीं दिखती |

यह भी बताया डॉ.मधेपुरी ने की गाय हमारी माता क्यों कहलाती है क्योंकि हिरोशिमा नागासाकी में जब बम विस्फोट किया गया था तो वहां वर्षों विकलांग बच्चे पैदा होते रहे जिस के निवारण हेतु उस रेडिएशन को निष्क्रिय करने के लिए गौ माता के ही गोबर से लोग अपने घर आंगन को बरसों लिपते रहे और अब तो गौ मूत्र पान करके लोग कैंसर से युद्ध लड़कर जीतने भी लगे हैं |

इस गोपाष्टमी समारोह के कर्ताधर्ता पृथ्वीराज यदुवंशी, स्वागताध्यक्ष अशोक आनंद एवं सर्वाधिक धन्यवाद की पात्र है समीक्षा यदुवंशी जिनके सद्प्रयास से यहां डिजनीलैंड जैसे झूले,  मौत के कुएं और कई तरह के खेल तमाशे के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर के वृंदावनवासी भागवत कथा वाचकों एवं कृष्ण लीला-रासलीला की प्रस्तुति देने वालों को देख-सुनकर बच्चे-बूढ़े-नौजवान सभी सप्ताह भर रसास्वादन करते रहेंगे |

इस अवसर पर सुधी श्रोताओं में डॉ.सुरेश भूषण, शिक्षा प्रेमी मक्केश्वर यादव, स्काउट गाइड आयुक्त जय कृष्ण यादव, अधिवक्ता सारंगधर यादव छात्र नेता राहुल यादव, शिक्षक द्वय अमरेंद्र यादव, कामेश्वर यादव आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे |

 

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