कुछ ही दिन पहले की बात है-बी.एन.मंडल स्टेडियम के मैदान में डायनेमिक डी.एम. मो.सोहैल की टीम द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया कि जिले के तमाम खेल प्रेमियों के ओठों से अनायास ये बातें लोगों को सुनाई देने लगी कि आयोजन केवल कहने भर के लिए राज्यस्तरीय था अन्यथा हर दृष्टिकोण से यह बिल्कुल राष्ट्रीय स्तर का था | स्टेडियम के मैदान में फैले 38 जिले के बालक-बालिकाओं की रंग-बिरंगी इन्द्रधनुषी टीमों द्वारा फ्लैग मार्च का नजारा रियोओलंपिक की याद को ताजा करता रहा |
यह भी जानिए कि इन्हीं नजारों के बीच मंचासीन जिलाधिकारी सहित एसपी विकास कुमार, डीडीसी मिथिलेश कुमार, एएसपी राजेश कुमार, एसडीएम संजय कुमार निराला, एनडीसी मुकेश कुमार, डॉ. डी.के.सिंह, सचिव अरुण कुमार, स्काउट गाइड आयुक्त जयकृष्ण यादव आदि गणमान्यों की उपस्थिति में सामाजिक सरोकारों में अव्वल रहने वाले समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने कहा कि कबड्डी को ओलंपिक में शामिल कर लिया जाना चाहिए | बहरहाल कबड्डी को ओलंपिक में शामिल करने में भले ही देर हो जाय लेकिन विगत माह में ही तो भारत तीसरी बार विश्व चैंपियन बन गया है |
और अब बारी है- मधेपुरा के बी.पी.मंडल नगर भवन में चार दिवसीय (11-14 नवंबर) अन्तर-जिला टेबल टेनिस टूर्नामेंट की जिसमें बिहार के 38 जिलों के 100 सेअधिक टेबल टेनिस खिलाड़ियों की जमघट होगी | इस प्रतियोगिता को भी कुछ स्तरीय स्वरुप प्रदान करने हेतु जिलाधिकारी मो.सोहैल (भा.प्र.से.) एवं आरक्षी अधीक्षक विकास कुमार (भा.पु.से.), जिला टेबल टेनिस संघ के संरक्षक डॉ. भूपेन्द्र मधेपुरी, आई.एम.ए. के अध्यक्ष मिथिलेश कुमार, एनडीसी मुकेश कुमार, लीड बैंक ऑफिसर संतोष झा आदि ने सचिव प्रदीप श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष संदीप शांडिल्य सहित आयोजन समिति के सदस्यों प्रशांत कुमार, अमित कुमार मोनी, त्रिदीप गांगुली, चंद्रशेखर यादव, मो.असफाक आलम, पुष्पेंद्र कुमार, किशोर कुमारआदि के साथ बैठकर तैयारी की समीक्षा की | इसी क्रम में सचिव प्रदीप श्रीवास्तव ने विगत आयोजनों की चर्चाएँ करते हुए जिले के बैंकों से आर्थिक सहयोग की चर्चा की | आगे खिलाड़ियों के भोजन एवं उत्तम आवासीय व्यवस्था की बातें सुनने के बाद अध्यक्षता कर रहे डायनेमिक डीएम मो.सोहैल ने आयोजन समिति को आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन हरसंभव सहयोग करेगा तथा राज्य स्तरीय टेबल टेनिस प्रशिक्षण केन्द्र चलाने हेतु भी हर प्रकार की मदद करेगा |
अन्त में डॉ.मधेपुरी ने कहा कि मधेपुरा की रियांशी और पायल बिहार की नंबर वन और टू पर काबिज है | रियांशी तो सर्वाधिक 22 बार नेशनल भी खेल चुकी है | उन्होंने कहा कि रियांशी, पायल, विजया……… शिवम आदि खिलाड़ियों को यदि अंतर्राष्ट्रीय कोच की व्यवस्था हो जाय तो वह दिन दूर नहीं जब रियांशी और पायल ओलंपिक में भारत के लिए सफल भागीदारी निभा पायेंगी |