बी.एन.मंडल स्टेडियम में कबड्डी प्रेमियों की बेशुमार भीड़ द्वारा जहां एक ओर बालक-बालिकाओं के सेमी-फाइनल एवं फाइनल मैच देखने के लिए बारिश की बूंदो की परवाह नहीं की गई वहीं दूसरी ओर फाइनल मैच में मधेपुरा-पूर्णिया (बालक) टीम और मधेपुरा-खगड़िया (बालिका) टीम के खिलाडियों ने अपनी-अपनी जीत दर्ज कराने के लिए पूरी ताकत झोंक दी | इस महोत्सव में एक-एक अंक के उतार-चढ़ाव का दर्शकों ने खूब लुत्फ लिया | इसी बीच कई बार खेल में रोमांचक स्थितियां भी आती रही लेकिन क्लाइमेक्स तो तब आया जब दर्शक दीर्घा में बालिका खिलाड़ियों की बैठी हुई माताओं ने जोरदार आवाज लगायी- जीतो बेटी ! जीत लो….!!

यहाँ यह भी जान लें कि डायनेमिक डी.एम. मो.सोहैल एवं जाँबाज एसपी विकास कुमार की पूरी टीम की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था, ‘आवाज’ के संरक्षकों डॉ.डी.के.सिंह, पूर्व प्रमुख उपेंद्र प्रसाद यादव, श्री चंद्रशेखर, डॉ.बी.एन. भारती, जयकांत यादव, डी.पी.एस.के किशोर कुमार व समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी की हौसला अफजाई तथा खेलों के प्राण संत कुमार, अरुण कुमार, जय कृष्ण प्रसाद के सतत उत्साहवर्धन के बावजूद भले ही मधेपुरा की दोनों टीमें मैदान में मात खा गई लेकिन खेल के श्रेष्ठ प्रदर्शन से जिले के सभी खेल-प्रेमियों के दिलों को जीत लिया | जीत के जुनून में चोट के बावजूद खेल के जज़्बे में कमी नहीं देखी गई | आयोजन किसी मायने में राष्ट्रीय स्तर से कम नहीं था, जिसे ऐतिहासिक स्वरुप प्रदान किया- डी.डी.सी. मिथिलेश कुमार, एस.डी.एम. संजय कुमार निराला और एन.डी.सी.मुकेश कुमार सहित ए.एस.पी.राजेश कुमार, थाना अध्यक्ष मनीष कुमार आदि ने |

बता दें कि तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कबड्डी के महाकुंभ का समापन शनिवार को देर शाम होली क्रॉस स्कूल की श्रीमीराज की सुरीली आवाज, मनमोहक रंग-बिरंगी आतिशवाजियों के नजारे व आकाश में गूंजती पटाखों की आवाज और रिम-झिम बारिश की बूंदों की मधुर संगीतमयी आवाज के साथ हुआ तो सही लेकिन डॉ.मधेपुरी ने आयोजन के अध्यक्ष डी.एम. मो.सोहैल तथा ‘आवाज’ के संरक्षक वरीय चिकित्सक डॉ.दिलीप कुमार सिंह से यही कहा- “खिलाड़ियों के विदा होने पर मधेपुरा सूनापन और हरदिल खालीपन महसूस करेगा | खासकर बालिका खिलाड़ियों की विदाई बेटी की विदाई की तरह हृदय को झकझोर देगा……. और हां ! महाभारत काल से खेले जाने वाला यह खेल कबड्डी (चक्रव्यूह) अब इतनी ऊंचाई को पा लिया है कि अब इसे जल्द ही ओलंपिक में शामिल कर लिया जाना चाहिए |”
अंत में मुस्तैदी से काम करने वाले सभी कर्मचारियों, प्रशासनिक अधिकारियों सहित लाईट, माईक एवं टेंट वाले से लेकर आतिशबाजी करने वालों को इस त्रिदिवसीय राज्य स्तरीय कबड्डी महोत्सव के अध्यक्ष सह जिला पदाधिकारी मो.सोहैल ने ह्रदय से साधुवाद ज्ञापित किया और मंच संचालनकर्ता अरुण कुमार, किशोर कुमार एवं जय कृष्ण यादव को हृदय से धन्यवाद देते हुए खुशी जाहिर किया कि मधेपुरा अपनी शालीनता एवं स्वस्थ परंपरा को इसी तरह कायम रखेगा और निरंतर हर क्षेत्र में आगे बढ़ेगा |