Madhepura DM Md.Sohail at Jhallu Babu Sabhagaar with High School Head Masters

अब टिफिन के बाद भी हाजिरी होगी छात्रों की

कभी तो चीन, जापान और जर्मनी जैसे देशों के विद्यार्थी बिहार के विक्रमशिला और नालंदा विश्वविद्यालय में पढ़ने के लिए आते थे | वे सारे विदेशी भिन्न-भिन्न विद्याएं सीख-सीख कर अपने-अपने घर जाते थे  | वो भी एक समय था जब भारत की विद्याएं दुनिया भर में फैलती रही….. तब जब पांचवी शताब्दी में कदाचित आर्यभट्ट जैसे गणितज्ञ नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति हुआ करते थे | बिहार में जन्मे उसी आर्यभट्ट के लिए विश्वविख्यात वैज्ञानिक आइंस्टाइन ने कहा है- “मैं आर्यभट्ट के सामने सिर झुकाता हूँ जिन्होंने विश्व को गणित का ज्ञान दिया अन्यथा आज तक जितने भी आविष्कार दुनिया में हुए हैं उनमें से आधा भी संभव नहीं हो पाता |”                        

परन्तु सोचिए तो सही, आज हमारी शिक्षा व्यवस्था को क्या हो गया है ? कौन सा रोग पकड़ लिया है ? लड़के नामांकन कराते हैं और स्कूल नहीं जाते हैं | अभिभावकों को ही नहीं बल्कि शिक्षकों को भी छात्रोपस्थिति के लिए नए-नए उपाय ढूंढने को विवश होने पड़ते हैं |

फिर भी स्थिति में सुधार होते नहीं देखकर मधेपुरा के डायनेमिक डी.एम. मो.सोहैल को जिले के +2 और हाई स्कूलों के प्रधानों के साथ, शिक्षाविदों एवं समाजसेवियों के साथ झल्लूबाबू सभागार में बैठक बुलाकर हर तरह की समस्याओं की जानकारी लेने के बाद कुछ कठोर निर्णय लेने पड़ते हैं- सात दिनों तक स्कूल नहीं आनेवाले छात्रों का नाम काट दिया जायेगा | अबसेंट रहनेवाले छात्रों से प्रतिदिन दो रुपये अनुपस्थिति दंड वसूल किया जायेगा | इतना ही नहीं, टिफिन के बाद भी छात्रों की हाजिरी ली जायेगी और गैरहाजिर हुए छात्रों से 4 रुपये दंड शुल्क वसूले जायेंगे |

यह भी बता दें कि जिलाधिकारी मो.सोहैल ने धैर्यपूर्वक विद्यालय प्रधानों की सारी समस्याओं को सुना और अपने कनीय पदाधिकारियों को तत्क्षण निदेश देकर समाधान भी करते चले गये | डी.एम. मो.सोहैल  द्वारा रासबिहारी विद्यालय की एच.एम. रंजना कुमारी, विद्या मंदिर कलासन के एच.एम. मो.हुसैन अहमद, केशव कन्या की विभा कुमारी तथा रानीपट्टी के एच.एम.दिनेश यादव आदि की समस्याओं के अविलम्ब निदान हेतु डी.ई.ओ. बद्री नारायण मंडल को आवश्यक निदेश भी दिये गये | डी.एम. मो.सोहैल ने स्कूल प्रबंधन समिति से स्कूल की देख-रेख मुस्तैदी से करने का अनुरोध भी किया और कहा कि रूटीन के अनुसार विद्यालय में पढ़ाई हो…….|

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