8 नवंबर को अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए होने वाला चुनाव खासा दिलचस्प हो गया है। अब तक हिलेरी के पक्ष में एकतरफा-सा दिखने वाला मुकाबला अब कड़ा होता जा रहा है। ना केवल अलग-अलग सर्वे में अपने प्रतिदंवंद्वी ट्रंप के ऊपर दिखने वाली हिलेरी की बढ़त कम हो गई है बल्कि एक सर्वे के अनुसार तो ट्रंप हिलेरी से आगे तक निकलने में कामयाब हो गए हैं। जी हाँ, लॉस एंजिलिस टाइम्स/ यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैरोलिना के ताजा सर्वे में उन्हें हिलेरी पर तीन प्रतिशत की बढ़त मिली है। हालांकि तीन अन्य राष्ट्रीय सर्वेक्षणों में अभी भी हिलेरी आगे चल रही हैं।
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को पीपीपी (डी) के सर्वे में पाँच, एनबीसी न्यूज सर्वे में छह और मानमाउथ यूनिवर्सिटी के सर्वे में सात प्रतिशत की बढ़त बताई गई है। सभी सर्वेक्षणों पर नजर रखने वाली रियल क्लियर पॉलिटिक्स ने उनकी औसत बढ़त नौ प्रतिशत बताई है। लेकिन ये सभी सर्वेक्षण हिलेरी की लोकप्रियता में गिरावट का भी संकेत दे रहे हैं। गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में ट्रंप पर उन्हें 13 प्रतिशत की बढ़त मिली थी।
इसके बावजूद हिलेरी की जीत की संभावना प्रबल है। इसका कारण पेंसिल्वेनिया, फ्लोरिडा, ओहायो, आयोवा, नेवादा, न्यू हेम्पशायर, मिशिगन, वर्जीनिया, जॉर्जिया और नार्थ कैरोलिना जैसे मह्तवपूर्ण राज्यों में उनकी बढ़त बरकरार रहना है। इन राज्यों में उन्हें अपने प्रतिद्वंद्वी पर औसत दस प्रतिशत की बढ़त प्राप्त है। वैसे तमाम ‘विरोधों’ और ‘विरोधाभासों’ के बावजूद रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने से लेकर अब तक ट्रंप ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली मुल्क की राजनीति में जिस तरह अपनी जगह बनाई है और देश-विदेश में जितनी चर्चा पाई है उससे उनके कटु आलोचक भी हतप्रभ हैं और ये कतई छोटी बात नहीं।
‘मधेपुरा अबतक’ के लिए डॉ. ए. दीप