गंगा-यमुनी तहजीब में महारत हासिल कर चुका मधेपुरा अपना 70वां स्वतंत्रता दिवस मनाते हुए स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों को याद किया एवं संस्थाओं व चौक-चौराहों पर तिरंगा लहराया |
यह भी जानिये कि वर्तमान भूपेन्द्र चौक (कॉलेज चौक) पर आरंभ में वार्ड आयुक्त मो.महमूद आलम द्वारा तिरंगा लहराया जाता रहा | बाद में स्वतंत्रता सेनानी शिवनंदन राय और वर्तमान में प्रतिवर्ष भूपेन्द्र प्रतिमा निर्माण समिति के संयोजक डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी अपने सहयोगी मो.युनूस, डॉ.आलोक कुमार, समाजसेवी शौकत अली, आनंद आदि के साथ श्रद्धापूर्वक अन्य कार्यक्रमों से बढ़-चढ़ कर राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भागीदारी निभाते आ रहे हैं |
इस 70वां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सामाजिक-साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में निरंतर अपनी भागीदारी देने वाले डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने भूपेन्द्र चौक पर तिरंगा लहराने एवं राष्ट्रगान समाप्ति के बाद अपने संक्षिप्त संबोधन में यही कहा कि 15 अगस्त 1947 भारतीय इतिहास का वह महत्वपूर्ण दिन है जिस दिन भारत को ब्रिटिश राज से आजादी मिली थी | भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है | आज की तारीख में हम भारत का 70वां जन्मोत्सव मनाते हैं | आजादी पाने के लिए आंदोलनकारियों एवं सेनानियों ने एक लंबी यात्रा तय की जिसमें अनेक राष्ट्रीय और क्षेत्रीय आंदोलन हुए और उन आंदोलनों में बापू के दो ही प्रमुख अस्त्र उपयोग में लाये गये- सत्य और अहिंसा |
इस अवसर पर भूपेन्द्र चौक के झंडोत्तोलन के बाद डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने यह घोषणा की कि आगामी भूपेन्द्र जयंती के अवसर पर जिले के वैसे विकास प्रेमी समाजसेवी या शिक्षाप्रेमी जो जनहित में लाखों की जमीन, सड़क या स्कूल के निमित महामहिम राज्यपाल के नाम रजिस्ट्री करेंगे- उन्हें जयंती के अवसर पर डॉ.मधेपुरी द्वारा श्रद्धापूर्वक सम्मानित किया जायेगा |
यह भी बता दें कि भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में कुलपति डॉ.विनोद कुमार ने, बी.एन.मंडल स्टेडियम में डायनेमिक डी.एम. मो.सोहैल ने, टी.पी. कॉलेज में प्रधानाचार्य डॉ.एच.एल.एस. जौहरी ने तथा मधेपुरा नगरपरिषद में डॉ.विशाल कुमार बबलू सहित सभी छोटी-बड़ी संस्थाओं में अत्यंत धूम-धाम से श्रद्धापूर्वक भारतीय तिरंगा लहराया गया |