Ravindra Nath Tagore

विद्यालयों में टैगोर-स्मृति-दिवस आयोजित

गुरुदेव नाम से सुविख्यात तथा नोबेल पुरस्कार प्राप्त रविन्द्र नाथ टैगोर 80 वर्ष की उम्र में 7 अगस्त 1941 को दुनिया को अलविदा कह गये | इसलिए तो भारत सरकार द्वारा 7 अगस्त को इस बार सभी माध्यमिक विद्यालयों में ‘रविन्द्र स्मृति दिवस’ आयोजित करने हेतु निर्देश दिया गया | कुछ स्कूली छात्र-छात्राओं के बीच उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित किया गया तो कुछ में भाषण प्रतियोगिता | कहीं-कहीं तो स्थल चित्रकारी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई |

यह भी बता दें कि 1896 में स्थापित वर्तमान शिवनंदन प्रसाद मंडल उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य डॉ.निरंजन कुमार द्वारा इस अवसर पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया जिसमें लगभग दो दर्जन छात्र-छात्राओं ने भाग लिया | जहाँ वर्ग 10 की छात्रा पूजा कुमारी प्रथम, निशा कुमारी द्वितीय एवं नवम वर्ग के छात्र नीतान्शु तृतीय स्थान प्राप्त कर पुरस्कृत किए गये, वहीं विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों की उपस्थिति में 10 छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करने हेतु सांत्वना पुरस्कार दिया गया |

इस अवसर पर प्राचार्य डॉ.कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वकवि रविन्द्रनाथ टैगोर केवल महान साहित्यकार, कवि एवं स्वतंत्रता सेनानी ही नहीं थे बल्कि ‘एकलाचलो’ का संदेश देकर युवाओं को आंदोलित करने का भी काम करते रहे थे | उन्होंने यह भी कहा कि उनकी अद्वितीय रचनाएं- गीतांजली, गोरा, आमार सोनार बांग्ला एवं रविन्द्र संगीत उन्हें अमरत्व प्रदान करता रहेगा |

रविन्द्र स्मृति दिवस पर शिक्षक विजय कुमार झा, डॉ.संतोष कुमार, रमेश कुमार रमण आदि ने भी अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि टैगोर की रचनाएं युवाओं को समर्पित है, इसलिए सभी छात्र-छात्राएं उनकी रचनाओं को पढें | इस मौके पर गौतम कुमार, राज कुमार, शिव नारायण पंडित, अमरनाथ दास, आनंद रंजन व अरुण कुमार आर्य आदि अंत तक मौजूद रहे |

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