विधान परिषद की 4 सदस्यीय निवेदन समिति की टीम गुरुवार को मंडल विश्वविद्यालय में पहुंची | विभिन्न मामलों की प्रगति की समीक्षा के क्रम में टीम के चारों विधान परिषद सदस्यों श्री केदार पांडे, डॉ.संजीव कुमार सिंह, प्रो.संजय कुमार सिंह एवं प्रो.संजीव श्याम सिंह ने विश्वविद्यालय के काम-काज की स्थिति को दुखद बताया | टीम का नेतृत्व कर रहे शिक्षा-जगत के अनुभवी विधान पार्षद केदार पांडे ने कहा कि विश्वविद्यालय में कोई कार्यप्रणाली ही नहीं है |
यह भी जान लें कि टीम के एक सदस्य डॉ.संजीव कुमार सिंह भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय सिंडिकेट के मेंबर भी हैं तथा इसी मधेपुरा शिक्षक कोसी निर्वाचन क्षेत्र से एम.एल.सी. चुने गये हैं | बता दें कि आजीवन इसी कोसी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधान पार्षद रहे स्व. डॉ.शारदा प्रसाद सिंह के सुपुत्र हैं विधान पार्षद डॉ.संजीव कुमार सिंह | जहाँ शारदा बाबू को विद्यालय, महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय शिक्षकों की सेवा नियमावली का इनसाइक्लोपीडिया कहा जाता रहा वही उनके सुपुत्र डॉ.संजीव कुमार सिंह भी शिक्षकों के हित में अहर्निश अपनी सेवा व समर्पण के कारण लोकप्रिय बनते जा रहे हैं |
बता दें कि निवेदन समिति की टीम ने सभी निर्देशित मामलों पर अद्यतन रिपोर्ट लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से उपस्थित प्रोवीसी डॉ.जे.पी.एन झा एवं कुलसचिव डॉ.के.पी. सिंह से कहा कि 11 अगस्त को बिहार विधान परिषद मैं उपस्थित हों |
निवेदन समिति ने छात्र संगठन द्वारा लगाये गये कतिपय आरोपों को सही ठहराया जब एफ.ओ. एवं एफ.ए. बिना छुट्टी के आवेदन दिए ही अनुपस्थित पाए गये | समिति ने बीएड प्रवेश परीक्षा का जिम्मा बिना सिंडीकेट के अनुमोदन के ही आउटसोर्सिंग को सौंप दिये जाने पर आपत्ति जताई तथा यह सारी शिकायतें राज भवन एवं शिक्षा विभाग को भी भेज दिए जाने की चेतावनी दी | यूँ बैठक में मुख्यरूप से संबद्ध कॉलेजों में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों की सेवा नियमितीकरण का मुद्दा छाया रहा | एक्सपर्ट टीम गठित कर इसे 31 मार्च 2017 तक समायोजित कर लिया जाएगा |
स्थानीय शिक्षक प्रतिनिधि होने के कारण डॉ.संजीव कुमार एमएलसी को अवकाश प्राप्त शिक्षकों द्वारा प्रतिशत में पेंशन भुगतान किए जाने के बाबत आवेदन दिया गया | कई शिक्षकों को हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद भी भुगतान नहीं किए जाने जैसे शिक्षक-समस्याओं पर समिति ने नाराजगी जताई |
विश्वविद्यालय परिसर के बाहर परिसदन में निवेदन समिति द्वारा शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को बुलाकर शिक्षा में सुधार के बाबत जमकर क्लास लिया गया |