Pappu Yadav

पप्पू की मानें तो “90% सांसद और विधायक नहीं रह सकते शराब और शबाब के बिना”..!

इसमें कोई दो राय नहीं कि हम सब ‘गिरावट’ के दौर से गुजर रहे हैं। निजी या सार्वजनिक जीवन में संस्कार, विचार, चरित्र और व्यवहार की जैसी गिरावट अभी देखने को मिल रही है वैसी मानव-सभ्यता के सम्पूर्ण इतिहास में शायद ढूंढे ना मिले। पर वो ‘गिरावट’ क्या इस कदर ‘गिर’ गई है कि सौ में नब्बे उसकी गिरफ्त में दिखने लगें। अपने विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले जन अधिकार पार्टी के नेता और मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव की मानें तो राजनीति के क्षेत्र में गिरावट का आंकड़ा यही ठहरता है। जी हाँ, पप्पू ने अपने एक सनसनीखेज बयान में कहा है कि 90% सांसद और विधायक शराब और शबाब के बिना नहीं रह सकते।

एक निजी कार्यक्रम के सिलसिले में सीवान पहुँचे पप्पू यादव ने पिछले दिनों राजद विधायक राजबल्लभ यादव पर लगे एक ‘नाबालिग’ से दुष्कर्म के आरोप की पृष्ठभूमि में कहा कि अब ठेकेदार, रंगदार, अपराधी, बिल्डर और अपहरणकर्ता सांसद और विधायक बन रहे हैं। ऐसे में राजनीति में ‘नैतिकता’ और ‘स्वच्छता’ आ ही नहीं सकती। राजबल्लभ प्रकरण में उन्होंने यह भी कहा कि जिस महिला ने विधायक तक ‘नाबालिग’ को पहुँचाया था, उसने खुद कहा है कि वह कई सांसदों-विधायकों को लड़कियां ‘सप्लाई’ करती है। ऐसे तमाम नेताओं की जाँच होनी चाहिए।

बीते विधानसभा चुनाव में अपने तमाम दावों के धाराशायी होने के बाद पहली बार आक्रामक दिख रहे पप्पू ने राज्य की वर्तमान स्थिति पर बड़ी तल्ख टिप्पणियां कीं। उन्होंने कहा कि यहाँ अपराध और अपराधी बेलगाम हो गए हैं। उनके अनुसार ये स्थिति इसलिए है कि तीन-तीन सीएम मिलकर राज्य की सरकार चला रहे हैं। नीतीश कुमार राजनीतिक सीएम हैं, प्रशांत किशोर टेक्निकल सीएम और लालू सर्वेसर्वा सीएम, जो अपराधियों को संचालित करते हैं। ऐसे में राज्य में अपराध बढ़ना लाजिमी है।

स्वयं पप्पू यादव के साथ उनके राजनीतिक जीवन के आरंभ से ही ‘बाहुबली’ का टैग लगा हुआ है। सच ये है कि इस ‘टैग’ से उन्हें ‘नुकसान’ कम और ‘लाभ’ अधिक हुआ है। ऐसे में वो अगर आज की राजनीति को बदलने की बाद करते हैं तो ये बात चौंकाने के साथ-साथ कहीं-ना-कहीं थोड़ी उम्मीद भी बंधाती है। लेकिन ये कैसे भूला जा सकता है कि पप्पू जिस लालू को आज अपराधियों का ‘संचालक’ बता रहे हैं, हाल तक उन्हीं की राजनीतिक विरासत पर वो अपना दावा ठोक रहे थे।

लेकिन हाँ, पप्पू के इस दावे पर जरूर लम्बी और बड़ी बहस होगी कि 90% सांसद और विधायक शराब और शबाब के बिना नहीं रह सकते। जो व्यक्ति स्वयं तकरीबन ढाई दशक से विधायक और सांसद रहता आया हो उसका ऐसा दावा करना कतई हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।

मधेपुरा अबतक के लिए डॉ. ए. दीप

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