धबौली की माटी का वह बेटा समीर किशोरावस्था में ही क्रिकेट के बॉल को ग्रीन पार्क की हवा में लहराने वाला ऐसा बेजोड़ प्रतिभावान खिलाड़ी निकला जिसने कई अवसर पर हारे हुए खेल को जीत कर दिखाया और गाँव के छोटे-बड़े सबके दिल पर राज करने लगा | परन्तु, असमय में ही माता आभा की ममता एवं पिताश्री सुशील के शील व संस्कार से आँखे चुराकर दुनिया के बाउंड्री के पार चला गया | अचानक जाते वक्त उस हवा (समीर) को तो कोई रोक नहीं सका, परन्तु धबौली की संवेदनशील माटी के सचेतन लोगों एवं शिवदत्त महराज के बहादुर बेटों ने समीर को पुनः बुलाकर आरम्भ कर दिया-
“समीर मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट”– जिसके उद्घाटनकर्ता डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने हृदय से अपने कर्मठ शिष्य इन्द्रभूषण सिंह उर्फ़ इन्दु बाबू जिला पार्षद सहरसा, छात्रनेता श्रीकान्त राय, मुखिया रामशंकर सिंह, प्राणमोहन सिंह, जानकीशरण सिंह, सुधीर सिंह, पूर्व मुखिया-बैद्यनाथ सिंह, राणा रंधीर, विजय कुमार सिंह, गौतम इन्फोटेक के निदेशक अमित गौतम, रणजीत सिंह, निरंजन सिंह, जवाहर सिंह, एच.एम.ब्रजमोहन सिंह सहित अध्यक्ष आयोजन समिति ललित सिंह, चंद्रभानु सिंह एवं मिडियाकर्मी संजय परमार, अंजन सिंह, महादेव, राजेश आदि को साधुवाद दिया, अभिनन्दन किया और इस माटी को बार-बार नमन किया |
आयोजन समिति एवं इनफोटेक के अमित गौतम की ओर से उद्घाटनकर्ता डॉ.मधेपुरी एवं मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सहरसा प्रभात खबर ब्युरो चीफ दीपांकर को पुष्पगुच्छ के साथ गिफ्ट सहित शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया | लगे हाथ उपस्थित खिलाड़ियों एवं दर्शकों की भारी भीड़ को संबोधित करते हुए डॉ.मधेपुरी ने कहा कि खेल सदा से सामाजिक समरसता एवं सामाजिक सौहार्द बनाये रखने में अग्रणी रहा है | उन्होंने खेल की महत्ता पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि जब कुछ तथाकथित लोगों द्वारा समाज में विद्वेष फैलाया जाता है तब खिलाड़ी ही खेल के माध्यम से विद्वेष को मिटाकर भाईचारे का माहौल कायम करते हैं | इस खेल में निर्णायक भूमिका निभाने वाले अम्बुज सिंह, रमणजीत सिंह, प्रकाश बुलबुल, प्रशांत प्रीतम, श्रीराम, सानुराज आदि की डॉ.मधेपुरी ने हृदय से सराहना की |
डॉ.मधेपुरी ने इस धरती के उन लोगों को बार-बार नमन किया जिनके कारण धबौली की महिमामयी विरासत आज भी जीवित है | भारतरत्न डॉ.कलाम को याद करते हुए उन्होंने युवाओं के बीच डॉ.कलाम का खूबसूरत सन्देश परोसा- ये आँखें दुनिया को दोबारा नहीं देख पाएगी, इसलिए तुम्हारे अन्दर जो बेहतरीन है उसे दुनिया को देकर जाना—— यह आयोजन समाज को एक नयी दिशा प्रदान करेगी |
मुख्यअतिथि दीपांकर ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाने वाले लोगों ने धबौली में समीर की याद में खेल का आयोजन कर एक अच्छी परम्परा कायम की है | उन्होंने खिलाड़ियों को अनुशासनप्रिय होने की अपील की | मधेपुरा एवं धबौली के बीच होने वाले समीर क्रिकेट मेमोरियल के T-20 फाइनल मैच का श्रीगणेश झंडा फहराकर उद्घाटनकर्ता व अतिथियों द्वारा किया गया |
मास्टर बैंड के द्वारा राष्ट्रीय धुन के साथ दोनों टीम के सभी खिलाड़ियों एवं गणमान्य मैदान के चारो ओर ध्वज को सलामी देते हुए टॉस के लिए मैदान के मध्य में एकत्र हुए जहाँ डॉ.मधेपुरी द्वारा टॉस उछाला गया | धबौली टीम के कप्तान सोना सुधीर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी किया लेकिन मधेपुरा के गेंदबाजों के सामने 20 ओवर में 162 रन बना पाये जबकि मधेपुरा की टीम के कप्तान रोहन ने सूझ-बूझ से खेला और 13 ओवर 2 गेंद पर ही जीत दर्ज कर ली | मैन आफ द मैच का खिताब मधेपुरा के अभिनव को मिला | मैन आफ द सीरीज एवं सर्वश्रेस्ठ बल्लेवाज का खिताब धबौली टीम के विनीत को एवं सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षण सोना सुधीर को मिला |
खेल के समापन के साथ विजेता एवं उपविजेता टीम को पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना एवं सहरसा एस.डी.एम. मो.जहाँगीर आलम द्वारा अम्पायरों एवं समस्त खेल प्रेमियों के बीच कप और मेडल प्रदान किया गया | ग्रीनपार्क में दिनभर उत्सवी माहौल बना रहा | प्रो. संजय परमार ने मंच संचालन करते हुए खूब तालियाँ बटोरी |