नववर्ष का उत्सवी माहौल… गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या… और नन्हे-मुन्ने बच्चों का रंगारंग कार्यक्रम। अवसर है ‘ज्ञानभूमि’ मधेपुरा में यू.के. इन्टरनेशनल स्कूल के वार्षिकोत्सव का। समारोह का उद्घाटन मंडल वि.वि. के संस्थापक कुलपति व पूर्व सांसद डॉ. रमेन्द्र कुमार यादव रवि द्वारा समाजसेवी-साहित्यकार डॉ. भूपेन्द्र मधेपुरी एवं मंडल वि.वि. के सिंडिकेट सदस्य द्वय डॉ. परमानंद यादव व डॉ. जवाहर पासवान की गरिमामय उपस्थिति में दीप प्रजज्वलित कर सम्मिलित रूप से किया गया।
अपने उद्घाटन भाषण में डॉ. रवि ने कहा कि इस स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न विधाओं में किए गए प्रदर्शनों को देख ऐसा लगता है जैसे इस ‘ज्ञानभूमि’ पर बच्चों में ज्ञान का अद्भुत ‘उदय’ हो रहा है और यह इसके संस्थापक डॉ. उदय कृष्ण की लगन, मेहनत और समर्पण का फल है। मंडल वि.वि. के संस्थापक कुलपति ने अपने कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि ये मेरे लिए बड़ा भावुक क्षण है। इस समारोह में बोलते हुए ऐसा लग रहा जैसे मैं किसी ‘दीक्षांत समारोह’ में बोल रहा हूँ। डॉ. रवि ने अपने प्रदर्शन से मन मोह लेने वाले बाल कलाकारों के गुरु ‘वाहा सर’ से अभिभूत होकर उन्हें पाँच हजार रुपये की सम्मान राशि भी दी।
समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ. मधेपुरी ने कहा कि अतीत को जाने बिना ना तो हम अपने भविष्य को गढ़ सकते हैं और ना वर्तमान में आगे बढ़ सकते हैं। डॉ. मधेपुरी ने इस ‘ज्ञानभूमि’ को सूफी संत दौरम शाह का ‘सिद्ध पीठ’ कहा और बताया कि इन्हीं ‘दौरम’ के नाम पर मधेपुरा रेलवे स्टेशन का नाम ‘दौरम मधेपुरा’ रखा गया।
सिंडिकेट सदस्य द्वय डॉ. परमानंद यादव एवं डॉ. जवाहर पासवान ने समारोह को सम्बोधित करते हुए संस्थापक डॉ. उदय कृष्ण द्वारा स्थापित इस स्कूल को दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति करने की शुभकामनाएं दीं और कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अभिवावक बेहिचक अपने बच्चों का नामांकन यहाँ कराएं।
उक्त कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने मनभावन कार्यक्रमों की जैसे झड़ी लगा दी। मंच संचालक ने भी खूब तालियां बटोरीं। समारोह के आरम्भ में अतिथियों का स्वागत तथा अन्त में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. उदय कृष्ण ने किया।