रेल इंजन फैक्ट्री बदलेगी कोसी की सूरत और मेडिकल, इंजीनियरिंग कॉलेज के पूरा होते-होते बेहतर दिखेगा कोसी का आने वाला कल | तब कोसी के विकास की गाड़ी सौ के स्पीड में दौड़ेगी और सूबे बिहार में सबसे विकसित जिलों में लिखा जायेगा ‘मधेपुरा’ का नाम- ये बातें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद शरद यादव ने जिला जदयू कार्यालय में आयोजित एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन में कही |
अपनी हार-जीत की परवाह किये बगैर सुलझे सोच के राजनेता शरद यादव ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि विभिन्न बीमारियों से ग्रसित समाज के लोग यदाकदा भटक जाते हैं, लेकिन जनसेवायुक्त राजनीति का स्वाद हमेशा मीठा लगता है | जनता में जिसकी साख बनेगी उसकी बातों को कोई नहीं टाल सकता | उन्होंने सरकार की उपलब्धिओं को गिनाते हुए कहा कि सरकार नित्य नये विकास की गाथा लिख रही है |
पूर्व सांसद डॉ.रवि ने विस्तार से दिए गये अपने वक्तव्यों में कहा कि शरद यादव एक ऐसे राजनेता हैं जिन्हें लोग लोहिया-अम्बेडकर की तरह याद करते हैं और सदा करते रहेंगे | सूबे के पूर्व मंत्री व आलमनगर के विधायक नरेंद्र नारायण यादव, विधान पार्षद विजय कुमार वर्मा, विधायक प्रो.रमेश ऋषिदेव, रत्नेश सादा, निरंजन मेहता सहित पूर्व विधायक परमेश्वरी प्रसाद निराला, मणिन्द्र कुमार मंडल ने शरद यादव को सच्चा व पक्का नेता बताकर विस्तार से उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी ईमानदारी और संजीदगी की कोई तुलना नहीं है, तभी तो उन्हें ‘सर्वश्रेष्ठ सांसद सम्मान’ से सम्मानित किया गया है |
प्रारम्भ में सम्मेलन का उद्घाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मिलित रूप से किया गया तथा सियाराम यादव की अध्यक्षता में मंच संचालन का काम पार्टी के प्रवक्ता प्रो.फुलेन्द्र कुमार को सौंपा गया | स्वागतम कार्यक्रम के बाद मंच संचालक ने सभी प्रखंडों एवं विभिन्न प्रकोष्ठों के अध्यक्षों को अल्पावधि में स्वागत करने का निदेश देते हुए बारी-बारी से आमंत्रित किया |
घैलाढ प्रखंड के सियाशरण यादव, राजकिशोर यादव, प्रो.सुजीत मेहता, वीरेन्द्र आजाद सहित कुछ अन्य के स्वागत भाषण में लोकसभा की हार की टीस सुनाई दी | ‘स्वागत’ के साथ बार-बार ‘हार की गूंज’ सुनते रहने के बाद जदयू के वरिष्ठ नेता डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी ने उद्गार व्यक्त करने के क्रम में कार्यकर्ताओं से दो टुक बातें की और यही कहा-
किसान-मजदूर-अल्पसंख्यकों एवं शोषित-पीड़ित-वंचितों के दुःखहर्ता शरद यादव, जो हार-जीत की परवाह किये बिना अनवरत जन-सेवा में रमे रहते हैं, का स्वागत व अभिनन्दन कार्यकर्ता क्या करेगा…… डॉ.मधेपुरी ने स्वागत के बाबत बस यही कहा-
दीन दुखियों के हृदय की वेदना से
जो हृदय होगा द्रवित क्रन्दन करेगा
कल उसी का काल अभिनंदन करेगा |
इसके साथ ही डॉ.मधेपुरी ने यह भी कहा कि ‘हार’ का कारण केवल कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि शरद जी भी हैं, क्योंकि वे अपने द्वारा किये गये कार्यों की जानकारी किसी को देते कहाँ हैं ? जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज की स्वर्णजयंती में तत्कालीन राष्ट्रपति महामहिम डॉ.शंकरदयाल शर्मा द्वारा उनकी अनुपस्थिति में सात बार नाम लेकर जिस ‘शरद यादव’ के गुण-धर्मों की चर्चा की गयी- उससे कार्यकर्ता आजतक अनभिज्ञ हैं ?
मौके पर गुड्डी देवी-इन्दिरा-बुलबुल- मीणा सहित भुवनेश्वरी, कमलराम, जुम्मन शेख, डॉ.विजेंद्र, महेंद्र पटेल, नरेश पासवान, प्रो.सत्यजीत, प्रो.विजेंद्र, डॉ.नीलाकांत, अशोक चौधरी, विष्णुदेव चौधरी, अमरेन्द्र चंद्रवंशी, डॉ.रत्नदीप, मनोज भट्नागर, प्रभु ना.मेहता, शिवनारायण आदि ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के सम्मान में अपनी बातें कही |
ये सारी बातें सुनने के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने अपने द्वारा व्यक्त किये गये उद्गार में यह बात कबूल कर ली कि- “चुनाव हार कर भी मैं जीत गया……. लोगों का प्यार कदापि नहीं भुला पाऊंगा !”