Madhepura जिले के डायनेमिक जिला पदाधिकारी जनाव मो.सोहैल साहब के निदेशानुसार गुणवत्तापूर्ण प्रारम्भिक शिक्षा हेतु रविवार को बी.एन.मंडल स्टेडियम में जिले के तेरहो प्रखंड के सभी प्राथमिक, मध्य एवं नवसृजित स्कूलों के एच.एम. की बैठक आयोजित की गयी | इस एक दिवसीय चिंतन शिविर का मुख्यअतिथि कहिए, उद्घाटनकर्ता या सर्वेसर्वा सब कुछ डी.एम. मो.सोहैल थे और शिक्षा विभाग से जुड़े सारे पदाधिकारीगण |
इस चिन्तन शिविर में केवल एक ही शिक्षाविद् व जनसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी को मुख्यवक्ता के रूप में आमन्त्रित किया गया था जिन्होंने अपने लम्बे तकरीर में भारतरत्न डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को जीवन्त कर दिया और प्रधानाध्यापकों को जगा-जगा कर खूब तालियाँ बटोरी |
शिविर में डी.एम. मो. सोहैल ने प्रारम्भिक शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने एवं विद्यालयों में शैक्षणिक वातावरण पुनर्स्थापित करने को लेकर एक दर्जन ठोस निर्देश देते हुए यह भी चेतावनी दी कि या तो शिक्षक निर्देशों का अक्षरश: पालन करें व अपनी कार्यशैली में सुधार लायें या फिर कठोर कारवाई के लिए मानसिक रूप से अपने को तैयार करने में लग जायें |

डी.एम. ने तन्मयतापूर्वक शिक्षकों की समस्याओं से रु-ब-रु होते हुए एक-एक का समाधान दिया और यह भी कहा कि समस्याएं कहाँ नहीं हैं | उन्हीं समस्याओं के बीच से ठोस रास्ता निकालना ही तो आपकी शैक्षणिक योग्यता की पहचान कराती है | उन्होंने खेद प्रकट करते हुए कहा कि हजार से अधिक शिक्षकों के पास स्कूल भवन निर्माण की राशि है किन्तु निर्माण कार्य अब तक अधुरा है | कई स्कूलों में घंटियाँ नहीं बजती | दस फीसदी एच.एम. को छोड़ शेष क्लास लेते ही नहीं |
डी.एम. मो. सोहैल ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि आप शिक्षक की गरीमा को वापस लायें | उन्होंने डॉ.मधेपुरी का नाम लेते हुए शिक्षकों को डॉ.कलाम एवं डॉ.मधेपुरी के बीच घटित संस्मरण की ओर इशारा करते हुए कहा कि शिक्षक का संसार में कितना सम्मान है- उसे सच्चा शिक्षक बनने के बाद ही आप महसूसेंगे |

भला क्यों नहीं, जब डॉ.मधेपुरी ने तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम से पहली बार पटना हवाई अड्डे पर (9 बजे रात, 30 दिसम्बर-2005) अपने मिलने की चर्चा की और यह कहा कि मेरे नाम के किनारे ‘शिक्षक’ लिखा देखते ही डॉ.कलाम खड़े होकर मेरा अभिवादन किये और लम्बे समय तक बैठे नहीं…… बल्कि यही बोले कि शिक्षक राष्ट्रनिर्माता होता है और उन्हें सम्मान दे रहा हूँ | यह सुनकर न जाने कितने प्रध्यानाध्यापकों की आँखें नम हो गई |
आरम्भ में शिविर का श्री गणेश करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी बद्री नारायण मंडल द्वारा एक-एक बुके देकर मुख्यअतिथि मो.सोहैल एवं मुख्यवक्ता डॉ.मधेपुरी का स्वागत किया गया | मंच संचालन जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं स्काउट गाइड के आयुक्त जयकृष्ण यादव ने संयुक्त रूप से किया | शिविर की सफलता के लिए शिक्षा विभाग के पदाधिकारीगण- सुरेन्द्र प्रसाद, शिवशंकर राय, चंद्र्शेखर राय, हरि झा, आदित्य प्रकाश एवं डॉ.यदुवंश सहित प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष वीरेन्द्र प्रसाद यादव आदि को सदैव मुस्तैद देखा गया |

अन्त में डी.एम. मो. सोहैल ने सभी प्रधानाध्यापकों को अपने शैक्षिक क्रियाकलापों के उन्नयन के बाबत शपथ दिलाई |