Arsenic and Iron rich water at Madhepura

हम जहर पी रहे हैं सुनो बादशाह !

आज कोसी के लोग शुद्ध जल के लिए तरस रहे हैं | कुशहा त्रासदी 2008 में आई प्रलयंकारी बाढ़ के बाद आर्सेनिक का खतरा कोसी क्षेत्र में बढ़ गया है | कई स्थानों पर तो जांच के दौरान 100 पीपीएम तक आर्सेनिक पाए गये हैं जबकि इस बाबत सरकारी विभाग (पी.एच.ई.डी.) अभी भी अनभिज्ञ है |

एक तो कोसी क्षेत्र के पानी में आयरन की प्रचुर मात्राऔर अब ऊपर से आर्सेनिक की उपस्थिति- जानलेवा सिद्ध हो रही है | आर्सेनिक के शरीर में जाने से कैंसर सहित कई जानलेवा बीमारियाँ हो रही हैं |

महावीर कैंसर संस्थान पटना के निदेशक किशोर कुणाल को जब इस तरह की जानकारी मिली तो उन्होंने संस्थान के जांचकर्ताओं की एक टीम के द्वारा पानी की जांच भी कराई | रिपोर्ट में त्वचा कैंसर, गोलब्लाडर कैंसर जैसी अन्य जानलेवा रोग होने की संभावनाएँ अंकित की गयी है |

मधेपुरा अबतक द्वारा जब कोसीवासियों से इस बाबत चर्चा की गई तो उन्होंने कहा- कोसी में जल जीवन नहीं, बल्कि जहर है | कोसी की लगभग 60 लाख की आबादी इस कुदरती कोप को झेलने के लिए मजबूर है | सरकारी स्तर पर गंभीर पहल नहीं किया जा सका है | जबकि एक ओर जल-स्तर में जिस तरह गिरावट हो रही है उसी अनुपात में दूसरी ओर मौजूद जहरीले रसायनिक तत्वों की मात्रा में वृद्धि हो रही है | इतना ही नहीं आर्सेनिक, आयरन, फ्लोराइड, सीसा आदि जहरीले रसायनों के चलते आंत का कैंसर, मानसिक तनाव, किडनी, एमीविएसिस एवं दन्त-रोग आदि के घातक परिणामों से हमें कब तक रु-ब-रु होना पड़ेगा तथा कब हमें शुद्ध पेय जल मिलेगा- कहो बादशाह ??

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