Dr.Bhupendra Madhepuri paying homage to Dr.Mahavir Prasad Yadav at BNMU

टीपी कॉलेज के विश्वकर्मा कहे जाते हैं प्राचार्य डॉ.महावीर- कुलपति

आज 2 जनवरी, 2025 (गुरुवार) को बिहार के पूर्व राज्य शिक्षा मंत्री, मधेपुरा के सांसद एवं दो विश्वविद्यालयों के प्रति कुलपति तथा अंत में बीएन मंडल विश्वविद्यालय के 5वें कुलपति के रूप में कार्यरत रहते हुए डॉ.महावीर प्रसाद यादव ने अंतिम सांस ली। आरंभ में टीपी कॉलेज में इतिहास के संस्थापक प्राध्यापक एवं प्राचार्य के रूप में लंबी अवधि तक विश्वकर्मा कहलाने वाले तथा कुलपति के रूप में कार्यरत रहते हुए दिवंगत डॉ.महावीर को विश्वविद्यालय परिसर में ही संस्कारित किया गया।

आज 99वीं जयंती के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बीएस झा एवं कुलसचिव प्रो.विपीन कुमार राय व पूर्व परीक्षा नियंत्रक सह समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने सर्वप्रथम उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि की। बारी-बारी से पूर्व कुलपति प्रो.आरकेपी रमण सहित कुलानुशासक डॉ.विमल सागर, डीएसडब्ल्यू डॉ.अशोक कुमार सिंह, प्रो.नरेश कुमार, प्रो.अशोक कुमार, एफओ डॉ.एसपी सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ.शंकर मिश्रा, डॉ.गजेंद्र कुमार, पूर्व प्राचार्य डॉ.पीएन पीयूष, डॉ.अरविंद कुमार, कुलपति के निजी सहायक शंभू नारायण यादव, कुलसचिव के निजी सहायक राजीव कुमार, इंजीनियर कमल कुमार, पीएन पांडेय, डॉ.संग्राम सिंह, प्रोफेसर आई, रहमान, प्रो.अरुण कुमार यादव एवं उनके दो पुत्र पूर्व जंतु विज्ञान विभागाध्यक्ष  प्रो.अरुण कुमार व सेवानिवृत्ति पुलिस उपाधीक्षक मनोज कुमार आदि ने माल्यार्पण व पुष्पांजलि की।

इस अवसर पर कुलपति प्रो.इंदु शेखर ने कहा कि वे जिस पद पर भी कार्यरत रहे उसे अंत तक ईमानदार प्रयास करते हुए आगे बढ़ते गए। तभी तो वे प्राध्यापक से प्राचार्य, प्रतिकुलपति से कुलपति बने और आगे विधायक, राज्य शिक्षा मंत्री और सांसद तक पहुंच गए। कुलसचिव डॉ.राय ने कहा कि उन्होंने कालेज के विकास में अहम योगदान दिया है। समाजसेवी-शिक्षाविद् डाॅ.मधेपुरी ने कहा कि वे बराबर यही कहा करते कि जीवन सामंजस्य का नाम है। उन्होंने मधेपुरा में अपनी अलग पहचान बनाई। देर शाम तक विश्वविद्यालय एवं कालेज कर्मियों द्वारा उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि करते देखा गया।

 

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