अतीत को जाने बिना आप अपने भविष्य को गढ़ नहीं सकते- डॉ. मधेपुरी
जवाहर नवोदय विद्यालय, सुखासन, मधेपुरा में पीएम श्री योजना के तहत प्राचार्य श्रीकांत सिंह सहित शिक्षकों व कर्मियों द्वारा छात्र-छात्राओं के लिए कैरियर परामर्श एवं मार्गदर्शन विषय पर सारगर्भित स्पीच देने के लिए ख्याति प्राप्त समाजसेवी-साहित्यकार -सह- फिजिक्स के सेवानिवृत सीनियर यूनिवर्सिटी प्रोफेसर डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी को 9 दिसंबर शनिवार को 3:00 बजे अपराह्न में आमंत्रित किया गया। डॉ.मधेपुरी ने अपने लगभग 2 घंटे के संबोधन में बच्चों को अपने अतीत को जानने की सलाह देते हुए कहा कि अपने अतीत को जाने बिना आप अपने भविष्य को गढ़ नहीं सकते और वर्तमान में आगे बढ़ नहीं सकते। उन्होंने छात्रों के बीच आर्यभट्ट से लेकर गांधीयन मिसाइल मैन डॉ.कलाम की विस्तार से चर्चा की। राष्ट्रकवि दिनकर की एक कविता के माध्यम से स्पीड एंड वेलोसिटी के बीच का अंतर ‘दौड़ना और भागना’ शब्दों का सहयोग लेकर ऐसा समझाया कि छात्रों सहित शिक्षकों के चेहरे पर मुस्कान लाकर भरपूर तालियां बटोरी। स्पीच के बाद सर्वाधिक छात्राएं डॉ.मधेपुरी से मिलकर पढ़ाई के बाबत अपनी समस्याओं के समाधान तलाशने में लगी देखी गई।
आरंभ में प्राचार्य श्रीकांत ने बुके एवं शब्दों से मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित बीएन मंडल विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक -सह- कुलसचिव डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी का स्वागत करते हुए कहा कि पीएम श्री योजना के तहत संपूर्ण भारत करीब 27 हजार करोड़ की पहली किस्त के अंतर्गत कौशल विकास हेतु यह कार्यक्रम छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शिक्षक अभय कुमार, हेमनाथ झा, हरेराम कुमार, विभूति विशाल, जितेंद्र बिष्ट, मुरलीधर झा, ममता सिंह, पूर्णिमा सिंह, सारिका अरोड़ा, शिवानी यादव, उर्मिला आदि एवं अन्य कर्मचारीगण मौजूद थे। संगीत शिक्षक विभूति विशाल के निर्देशन में शांभवी, कृतिका, अनुप्रिया, साक्षी प्रिया व आकाश ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। मंच संचालन पीजी टीचर हेमनाथ झा ने किया।