भारतरत्न से सम्मानित हो हरित क्रांति के जनक डॉ.एमएस स्वामीनाथन- मधेपुरी

भारत के प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक एवं हरित क्रांति के जनक डॉ. एमएस स्वामीनाथन का 28 सितंबर गुरुवार को चेन्नई में निधन हो गया। भूख के खिलाफ जीवन भर लड़ने वाले इस योद्धा ने “विश्व खाद्य पुरस्कार” पाने वाला दुनिया का पहला व्यक्ति बनकर भारत को गौरवान्वित ही नहीं, बल्कि विश्व भर में महिमा मंडित भी किया।

समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि डॉ.स्वामीनाथन के जाने से भारतीय कृषि एवं कृषक वर्ग को भारी क्षति हुई है। उन्होंने दुनिया भर के विश्वविद्यालयों द्वारा हरित क्रांति के जनक को डॉक्टरेट की 84 मानद डिग्री दिए जाने, भारत सरकार द्वारा राज्यसभा सदस्य बनाए जाने के साथ-साथ पद्मश्री, पद्मभूषण एवं पद्मविभूषण से सम्मानित किए जाने पर प्रसन्नता जाहिर की। साथ ही डॉ.मधेपुरी ने भारत सरकार से मांग की है कि भारतीय कृषि एवं कृषक के लिए डॉ.स्वामीनाथन की अभूतपूर्व देन एवं क्रांतिकारी योगदान को चिरस्मरणीय बनाए रखने हेतु उन्हें मरणोपरांत ‘भारतरत्न’ से सम्मानित किया जाए।

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