कोसी के सपूत एवं बिहार सरकार में कला संस्कृति मंत्री डॉ.आलोक रंजन कुछ महीने पूर्व मधेपुरा के समाजसेवी-कलाप्रेमी डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी के “वृंदावन” निवास पर आरएम कॉलेज सहरसा के समाजशास्त्री व पूर्व प्राचार्य प्रो.(डॉ.)विनय कुमार चौधरी के साथ व्यक्तिगत विजिट पर आए थे। डॉ.मधेपुरी ने मंत्री महोदय से बिहार में एक कला-संगीत विश्वविद्यालय की स्थापना के अलावे स्थानीय कलाकारों के प्रोत्साहन आदि पर चर्चा की थी।
मंत्री डॉ.आलोक रंजन ने कहा था कि बुजुर्गों के अनुभवों का लाभ लेकर कुछ-न-कुछ ऐतिहासिक निर्णय लेने की योजना बनाऊंगा। उसी ऐतिहासिक निर्णय के तहत अब महोत्सवों एवं उत्सवों में स्थानीय कलाकारों पर सरकार द्वारा आवंटित कुल राशि का 60% हिस्सा खर्च किए जाने की घोषणा मंत्री डॉ.आलोक रंजन द्वारा की गई है।
जिला कला समिति के स्थायी सदस्य व निरंतर स्थानीय कलाकारों एवं जिला प्रशासन के बीच समन्वयक की भूमिका निभाने वाले समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र मधेपुरी द्वारा जिले के स्थापित व नवोदित सभी कलाकारों- योगेंद्र भारती, प्रो.रीता कुमारी, प्रो.अरुण कुमार बच्चन, शशि प्रभा, संजीव कुमार, भोला सिंह, रेखा यादव, रोशन कुमार, ओम आनंद, शिवाली, सुनीत साना, संतोष आदि की ओर से कला संस्कृति मंत्री डॉ.आलोक को कोटि-कोटि साधुवाद सहित नमन निवेदित है।