9 मई, 1981 का ऐतिहासिक दिन था। रासबिहारी उच्च विद्यालय के मैदान में मधेपुरा जिला उद्घाटन हेतु भव्य समारोह का आयोजन किया गया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ.जगन्नाथ मिश्र द्वारा 136 वर्षों वाले मधेपुरा अनुमंडल को जिला का दर्जा दिया जाना था। समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे पूर्व मुख्यमंत्री व सामाजिक न्याय के पुरोधा श्री बी पी मंडल। मंचासीन थे मुख्य अतिथि कुलपति डॉ.केके मंडल, स्वागताध्यक्ष प्राचार्य डॉ.महावीर प्रसाद यादव, कार्यक्रम संयोजक नगरपालिका के तत्कालीन उपाध्यक्ष डाॅ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी सहित नए डीएम डॉ.एसपी सेठ (भाप्रसे) एवं नए एसपी श्री अभयानंद (भापुसे) और स्वागत हेतु नगर पालिका अध्यक्ष भोली प्रसाद मंडल, डॉ.रमेन्द्र कुमार यादव रवि सहित अन्य गणमान्य।
रासबिहारी विद्यालय के मैदान में दर्शकों से खचाखच भरी हुई भीड़ को संबोधित करते हुए माननीय मुख्यमंत्री डॉ.जगन्नाथ मिश्र ने दोनों हाथ डीएम-एसपी के कंधे पर रखते हुए यही कहा था- मधेपुरा वासियों ! आज 9 मई का दिन आपके लिए ऐतिहासिक दिन है। आपके चेहरे की खुशियों को देखकर मैं विह्वल हो रहा हूं और आपसे यही कह रहा हूं कि यह युवा डीएम जिले का विकास और एसपी आपकी सुरक्षा तभी कर पाएंगे जब इन्हें आपका भरपूर सहयोग मिलता रहेगा। यह सुनकर तालियों की गूंज से मधेपुरा आंदोलित हो गया था। भले ही तब हमारा जिला पुराने भवन वाले ‘जीवन सदन’ की दो कोठरियों में ही वर्षों चलता रहा था और राष्ट्रीय झंडोत्तोलन रासबिहारी स्कूल के मैदान में संपन्न होता रहा था।
अध्यक्षीय भाषण में श्री बीपी मंडल ने कहा था कि मैं ईश्वर को धन्यवाद देता हूं कि मुझे इस जीवन में मधेपुरा को जिला देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने सीएम डॉ.मिश्र को धन्यवाद व बड़े भाई के नाते आशीर्वाद देते हुए कहा था कि आप जात-पात के संकुचित विचार से ऊपर हैं। मुझे भी मुख्यमंत्री रहने का मौका मिला, परंतु मैं मधेपुरा को जिला नहीं बना सका जिसे आप ने कर दिखाया और आज मधेपुरा वासियों के चेहरे पर मुस्कान ला दी। आपको मधेपुरा वासियों की ओर से कोटि-कोटि साधुवाद है !