मजबूरी में ही लोग लेते हैं गोल्ड लोन और मजबूरी में ही नीलामी स्वीकारने को मजबूर होते हैं लोग। एक साथ इतनी भारी संख्या में हो रही नीलामी को विशेषज्ञ मान रहे हैं आर्थिक तंगी की निशानी।
बता दें कि विगत दो वर्षों में एजुकेशन लोन तो बढ़ा जरूर परंतु ढाई गुना बढ़ गया गोल्ड लोन। करीब एक लाख परिवारों द्वारा सोना गिरवी रखकर कर्ज लिया गया परंतु समय पर चुका नहीं पाने के कारण बैंक सोना नीलाम करने जा रहा है।
जानिए कि कर्ज धारक के लिए लोन लेना जितना आसान है उतना ही आसान कर्ज देने वालों के लिए इसकी वसूली है। कर्ज धारक के डिफाल्टर होने पर बैंक सोना बेचकर कर्ज वसूल लेते हैं। एक लाख डिफाल्टरों की सोने की नीलामी आगे होने जा रही है जिसकी वसूली हेतु 59 नोटिस जारी हो चुके हैं।