उच्च न्यायालय पटना में न्यायमूर्ति रह चुके बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी स्मृतिशेष जस्टिस राजेश्वर प्रसाद मंडल मणिराज की धर्मपत्नी श्रीमती भाग्यमणि मंडल का देहावसान 18 सितंबर को पटना में हो गया। पटना में ही गंगा के किनारे उनके चार पुत्रों, पौत्रों, सगे-संबंधियों, रिश्ते-नातेदारों सहित समस्त करीबियों की मौजूदगी में उनका पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया।
बता दें कि मां भाग्यमणि ने जिन चार पुत्रों को जन्म दिया उनमें से दो- डॉ.अरुण कुमार मंडल एवं पटना हाई कोर्ट के जस्टिस किशोर कुमार मंडल भारत में रहते हैं और दो सुधीर कुमार मंडल एवं शेखर कुमार मंडल अमेरिका में रह रहे हैं। उनके पौत्रों में एक हैं आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉ.मनीष मंडल जो सर्वश्रेष्ठ मानव सेवा के लिए पुरस्कृत होते रहे हैं और आगे भी होते रहेंगे।
जानिए कि मातेश्वरी भाग्यमणि की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित भजन संध्या पर मुरहो जाकर समाजसेवी-साहित्यकार प्रो.(डॉ.)भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने उनके तैल चित्र पर एवं उनके पतिदेव साहित्यकार ‘मणिराज’ के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। डॉ.मधेपुरी ने इस अवसर पर स्वरचित पुस्तक “रास बिहारी लाल मंडल : पराधीन भारत में स्वाधीन सोच” पुस्तकों का वितरण समाजसेवी सुभाष चंद्र यादव, साकार सुरेश यादव, डॉ.मिथिलेश कुमार, एडवोकेट प्रशांत कुमार, एसबीआई अधिकारी पंकज कुमार, प्रो.मनोज कुमार, किसान नेता ज्योति मंडल, डॉ.बरूण कुमार, डॉ.अरूण कुमार, नवीन कुमार एवं सिंहेश्वर के युवा विधायक चंद्रहास चौपाल व अन्य स्वजनों के करीब बीच ससम्मान वितरण किया।
अंत में यह भी कि मां भाग्यमणि के नाम आयोजित इस भजन संध्या में संगीतकार रोशन ने कबीर के गीतों सहित अन्य मर्मस्पर्शी गायकी से लोगों के हृदय को छू लिया और डॉ.मधेपुरी ने श्रद्धांजलि स्वरूप स्वरूप अपनी प्रस्तुति चंद पंक्तियों में इस प्रकार दी-
रासबिहारी कुल के मणि थे
व्यक्ति विविध बहु आयामी ।
जीवनसाथी ‘भाग्यमणि’ अति
सहज सरल चिर अनुगामी ।।
पूजन-अर्चन, भजन-साधना
में निमग्न नित प्रातः शाम……!
सत्य न्याय प्रतिभा संपुरित
नमो नमो हे मुरहो ग्राम ।।