पटना में चीफ पोस्ट मास्टर जनरल रह चुके सिंहेश्वर स्थान के रिटायर्ड आईएएस श्री भगवानदास टेकरीवाल, पत्नी श्रीमती पुष्पा टेकरीवाल, शिक्षाप्रेमी मनोहर लाल टेकरीवाल के पौत्र एवं द्वारिका लाल के सुपुत्र हैं। स्मरण करें कि मनोहर लाल के नाम सहरसा में कॉलेज और सहरसा, बैजनाथपुर व सिंहेश्वर आदि में हाईस्कूल है। वैसे शिक्षा प्रेमी परिवार के भगवान बाबू भारत सरकार के एडिशनल सेक्रेटरी भी रह चुके हैं।
बकौल भगवान बाबू जब डॉ.महावीर प्रसाद यादव मधेपुरा के सांसद हुआ करते थे तब महावीर बाबू के साथ आए डॉ.मधपुरी जी के अनुरोध पर मधेपुरा में खपरैल घर में चल रहे डाकघर को वर्तमान पक्का घर बनाने के लिए तत्कालीन केंद्रीय मंत्री श्री डूमर लाल बैठा द्वारा उद्घाटन कराया गया था। साथ ही इस इलाके में दर्जनों ग्रामीण पोस्ट ऑफिस भी खोले गए थे…।
कई वर्षों बाद भगवान बाबू के सिंहेश्वर आने की जानकारी मिलते ही समाजसेवी प्रो.(डॉ.)भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी द्वारा अपने शिष्य प्रो.(डॉ.)अरुण कुमार के साथ उनके घर जाकर उनसे शिक्षण संस्थानों के एक दिवसीय भ्रमण के लिए सहमति ली गई। भगवान बाबू अपने पुत्र शिशिर टेकरीवाल, पुत्र वधू नमिता, पुत्री शबनम और सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद प्राणसुखका के साथ बीएनएमयू (नॉर्थ कैंपस एवं साउथ कैंपस) भ्रमण करते हुए बीएनएमवी परिसर में प्रधानाचार्य प्रो.(डॉ.)पीएन पीयूष, डॉ.नवीन कुमार सिंह, डॉ.नारायण यादव आदि के साथ डॉ.महावीर प्रातिभ पीठ में बैठकर प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाते रहे। बाद में टीपी कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो.(डॉ.)केपी यादव के स्वागत से अभिभूत होकर डॉ.महावीर बाबू के घर जल ग्रहण कर संतुष्ट हुए। चर्चा के क्रम में डॉ.मधेपुरी ओम शांति को समर्पित इंजीनियर शिव प्रसाद बाबू सहित हरि बाबू, विजय बाबू… ओंकार बाबू के सामाजिक कार्यों की चर्चा विस्तार से की।
अंत में सद्भाव एवं सम्मान के साथ टेकरीवाल परिवार को डॉ.मधेपुरी, डॉ.अरुण एवं उनकी धर्मपत्नी डॉ.नमिता और उनकी बहन श्यामा ने विदाई दी और इसी तरह पुनः आने का वचन भी लिया।