स्वामी ब्रह्मानंद मूल नाम शिवदयाल एक समाज सुधारक, परोपकारी, प्रखर स्वतंत्रता सेनानी एवं कुशल राजनेता भी रहे। उन्होंने बचपन से ही समाज में फैले हुए अंधविश्वास और अशिक्षा जैसी कुरीतियों का डटकर विरोध किया। वे आजाद भारत के पहले सन्यासी सांसद बने जो हमीरपुर यूपी से दो बार सांसद बनकर देश की राजनीति में विशेष योगदान देते रहे। स्वतंत्रता संग्राम में गांधी-नेहरू आदि के साथ काम किया और नमक सत्याग्रह में उन्हें 2 वर्ष का कारावास हुआ। उन्हें हमीरपुर, हरदोई एवं कानपुर के कारागृह में रखा गया। उन्होंने पैसा न छूने का प्रण आजीवन निभाया। ऐसे कर्मयोगी वीर पुरुष के नाम पर लोगों द्वारा “स्वामी ब्रह्मानंद पुरस्कार” का शुभारंभ वर्षों पूर्व किया गया।
बता दें कि कोरोना वायरस के चलते शिक्षा के हर महकमें को अवरोध का सामना करना पड़ा। सुपर थर्टी के संचालक गणितज्ञ आनंद कुमार द्वारा अब प्रतिभाओं को खोजने का सिलसिला शुरू किया गया है। आगामी मार्च 2022 में परीक्षा ली जाएगी। श्री कुमार ने कहा कि बुंदेलखंड के गरीब छात्र पढ़ना चाहते हैं। बच्चों की रुचि के कारण आकर्षित होकर वे दो दिन कबल यूपी के हमीरपुर जिले के राठ क्षेत्र में थे, महान गणितज्ञ आनंद कुमार को 2021 का स्वामी ब्रह्मानंद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
यह भी जानिए कि बीएन मंडल विश्वविद्यालय में 3 वर्ष पूर्व पधारे सुपर थर्टी के सुपर गणितज्ञ आनंद कुमार को भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के संग लिखी गई पुस्तक “छोटा लक्ष एक अपराध है” देते हुए समाजसेवी-साहित्यकार प्रो.(डॉ.)भूपेंन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने कहा था- आर्यभट्ट जैसा गणितज्ञ, गोरखनाथ जैसा अर्थशास्त्री और वशिष्ठ नारायण सिंह जैसा गणितज्ञ ज्ञानी के बाद सूबे बिहार की धरती पर यदि कोई गणितज्ञ गौरवान्वित करने जा रहा है तो उसका नाम है सुपर थर्टी का सुपर आनंद कुमार। उस कर्मवीर के मधेपुरा आगमन पर डॉ.मधेपुरी ने कहा था-
हरता हर पथ का अंधियारा, जल-जल कर दीपक की बाती।
रहता है नाम अमर उसका, जो दे जाता अनुपम थाती ।।