भाविना शनिवार को वर्ल्ड नंबर- 3 चीन की मियाओ झेंग को सेमीफाइनल में हराकर फाइनल में पहुंच गई। परंतु, भारतीय राष्ट्रगान बजा नहीं पाई टोक्यो पैरालिंपिक- 2020 में यानि गुजरात की बेटी भाविना बेन पटेल आज वर्ल्ड नंबर- 1 चीन की यिंंग झोऊ से बाजी हार गई और उसे अब सभी भारतीय ‘सिल्वर गर्ल’ कह कर पुकारते रहेंगे 2024 तक।
बता दें कि गुजरात के मेहसाणा जिले में एक छोटी परचून की दुकान चलाने वाले हँसमुख भाई पटेल की बेटी भाविना ने अपने प्रदर्शन से इतिहास रच दिया। वह 12 वर्ष की उम्र में पोलियो की शिकार हो गई थी। उसने दृष्टि दोष वाले बच्चों को टेटे खेलते देखकर इसी खेल को अपनाने का फैसला किया था। आज भाविना के घर पर होली-दिवाली जैसा माहौल है।
महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, खेल मंत्री, दीपिका मलिक, राहुल गांधी आदि बड़ी-बड़ी हस्तियों ने भाविना की सराहना की। पीएम मोदी तो भाविना से फोन पर बातें की और कहा कि युवाओं में अब खेल के प्रति आकर्षण बढ़ने लगा है। गुजरात सरकार ने भाविना को 3 करोड़ रुपये देकर सम्मानित किया है।
चलते-चलते यह भी कि खेलप्रेमी-समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी ने आज हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर उन्हें याद करते हुए भाविना के साथ-साथ आज ही हाई जंप में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीतने वाले निषाद कुमार के जज्बे को भी सलाम किया है।