रामेश्वर बाबू आरम्भ से ही समाजसेवी के रुप में समाज को अपनी सेवा देते रहे और शिक्षा व खेल के उन्नयन के लिए हमेशा एकला चलो के रास्ते को अपनाते रहे। सरल व सहज स्वभाव वाले जेपी सेनानी व विधायक रहे रामश्वर बाबू स्पष्ट वक्ता के रूप में सदा याद किए जाएंगे । उक्त बातें समाजसेवी साहित्यकार डॉ. भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने सिंहेश्वर के पूर्व विधायक रामेश्वर प्रसाद यादव के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कही !
डॉ. मधेपुरी ने कहा कि कभी फुटबॉल के मैदान में खिलाड़ियों के तौर पर ख्याति प्राप्त करने वालों में उन्होंने गोलकीपर बनना ही पसन्द किया, क्योंकि गोल – कीपर का ड्रेस सबसे भिन्न,परन्तु अकेला होता है। राजनीति में भी उन्होंने अकेले जनसंघ का दीया जलाया था। जब लौटे तो अकेले डाॅ. लोहिया के विचार से प्रभावित होकर समाजवादी विचारधारा को अपनाए । बाद में भी वे शीर्ष के नेता से अलग विचार रखते हुए “एकला चलो ” को अपनाते रहे।
रामेश्वर बाबू की आत्मा की शांति हेतु एवं इस दुख की घड़ी में परिवार के सदस्यों ……. ज्ञानेश्वर-योगेश चंदन-बुलबुल आदि को साहस बनाये रखने हेतु जिन्होंने ईश्वर से प्रार्थनाएं की, वे हैं- डॉ. भूपेंद्र मधेपुरी , पूर्व विधान पार्षद विजय कुमार वर्मा, पूर्व विधायक परमेश्वरी प्रसाद निराला, पूर्व प्राचार्य जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कालेज एंड हाॅस्पीटल डॉ. अशोक कुमार यादव , समाजसेवी रमण कुमार सिंह, प्रो.(डॉ.) अरुण कुमार, जदयू जिलाध्यक्ष गुड्डी देवी, जयकिशोर यादव, प्रसन्न कुमार, डॉ. बिजेंद्र, गणेश फौजी आदि।