राजनीति के रंग भी कितने निराले हैं..! महागठबंधन से अलग होना एक बात थी, अब तो मुलायम बोलने भी लगे हैं बीजेपी की तरह। कल तक महागठबंधन के मुखिया कहलाने वाले ‘मुलायम’ की इतनी ‘कठोर’ करवट ने एक बार फिर ये बता दिया कि राजनीति की ‘माया’ से बड़े-से-बड़े ‘संत’ भी डोल जाते हैं। इस समाजवादी ‘संत’ के यू टर्न से ऐसा ही हुआ जान पड़ता है।
कल तक बीजेपी को रोकने के लिए जनता परिवार की एकता को वक्त की मांग बताने वाले मुलायम आज नीतीश की ‘धर्मनिरपेक्षता’ पर सवाल उठा रहे हैं। आज उन्हें ये कहने में जरा भी हिचक नहीं कि सालों तक बीजेपी के साथ सरकार चलाने वाले नीतीश काहे के सेक्युलर। नीतीश क्या हैं और क्या नहीं, इस पर हमारी कोई टिप्पणी नहीं, लेकिन नेताजी से ये ‘अलौकिक’ सच पहले छिपा क्यों था..?
सपा के उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद किरणमय नंदा के अनुसार महागठबंधन में कांग्रेस के शामिल होने के कारण सपा ने अलग होने का फैसला किया। वो कहते हैं कि सपा प्रमुख ने बीजेपी को रोकने के लिए ‘केवल’ जनता परिवार के विलय की बात की थी और साथ में ये भी कि अब सपा अकेले दम रोकेगी बीजेपी को। यहाँ तक कि रोकने की लिस्ट में अब नीतीश और ‘समधी’ लालू का का नाम भी जुड़ गया है। ये जानते हुए भी कि बीजेपी को रोकने के लिए महागठबंधन में कांग्रेस का होना निहायत जरूरी था और ये भी कि सपा की अपनी कोई हैसियत नहीं है बिहार में, बचकानी बयानबाजी की जा रही है।
और तो और, सपा ने सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है जबकि उसे पता है कि कहीं कुछ सौ तो कहीं कुछ हजार, वोट काटने के अलावा उसकी कोई भूमिका नहीं होने जा रही है इस चुनाव में। जिस भाजपा को तथाकथित तौर पर रोकने के लिए सपा ऐसा करने जा रही है, उसका एक भी वोट काटने की स्थिति में नहीं है वो। सपा जो भी नुकसान करेगी, महागठबंधन का करेगी।
खैर, अब ये ‘ओपेन सीक्रेट’ है कि ये सारे गुल मोदी-मुलायम और शाह-रामगोपाल की मुलाकात के बाद खिल रहे हैं और ‘साइकिल’ से ‘कमल’ को ढोने का ‘किराया’ भी तय हुआ है..!
पुनश्च:
सभी 243 सीटों पर लड़ने की घोषणा के दौरान सपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक रामचंद्र सिंह यादव ने एक बात बड़े मजे की कही कि बिहार में एक ओर ‘सम्प्रदायवाद’ है और दूसरी ओर ‘धोखावाद’। पार्टी ने इन दोनों से मुकाबले का निर्णय ले लिया है। अब उनसे कौन पूछे कि महागठबंधन से अलग होकर और भाजपा का पथ ‘प्रशस्त’ कर कौन-सा नया ‘वाद’ पैदा कर दिया उनकी पार्टी ने..!
मधेपुरा अबतक के लिए डॉ. ए. दीप