बिहार की नीतीश सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस द्वारा सभी जिले के जिलाधिकारियों को बताया कि ग्रामीण इलाकों में जिन 1454 अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों (एपीएचसी) को मार्च महीने में बंद किया गया था और वहां के चिकित्सकों को कोविड केयर सेंटर (सीसीसी) एवं डेडीकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर (डीसीएचसी) में तैनात किया था, अब पुनः तीसरी लहर को लेकर यह निर्देश दिया जाता है कि इन अस्पतालों के सभी डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को पुनः उसी एपीएचसी में तैनात किया जाए।
अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव में 15000 स्वास्थ्य कार्यकर्ता तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार गांव में कोरोना मरीजों की पहचान तथा होम आइसोलेशन में इलाजरत कोरोना रोगियों के सहयोग के लिए प्रशिक्षित ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सेवा ली जाए।
चलते-चलते यह भी कि राज्य में जिन 15000 ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से प्रशिक्षित होकर उत्तीर्णता प्राप्त की है, उन्हें ही नियुक्त किया जाए और कार्य समाप्ति के बाद प्रत्येक का मानदेय सीधे उनके बैंक खाते में डाल दिया जाए।