कोरोना की दूसरी लहर की विकट परिस्थितियों में सहरसा के विधायक एवं बिहार के कला संस्कृति एवं युवा मंत्री डॉ.आलोक रंजन के निजी आवास पर मंत्री के द्वारा कोरोना कॉल सेंटर चलवाया जा रहा है, जिससे कोसी कमिश्नरी एवं सीमांचल के अतिरिक्त बिहार भर से प्रतिदिन सैकड़ों फोन कॉल आ रहे हैं। कॉल सेंटर द्वारा कोरोना मरीजों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराया जा रहा है। मंत्री ने निजी अस्पताल प्रबंधन से भी कोरोना मरीजों को हर संभव मदद करने का अनुरोध किया है। साथ ही बिहार वासियों को कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की उन्होंने सलाह भी दी है।
जानिए कि ऑक्सीजन की किल्लत के मद्देनजर उन्होंने पीएम केयर्स फंड से ऑक्सीजन प्लांट स्थापना करने का आग्रह किया था और स्वीकृति मिलने पर सहरसा विधानसभा की जनता की ओर से मंत्री ने प्रधानमंत्री के प्रति आभार भी प्रकट किया है। वे लगातार प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग से संपर्क बनाए हुए रहते हैं। सुविधा के लिए उन्होंने कई नंबर जारी किए हैं, जिनमें एक है- 94731 99372 .
यह भी कि मंत्री डॉ.आलोक रंजन ने अपने क्षेत्र के 3 स्वास्थ्य केंद्रों के लिए एक-एक एंबुलेंस एवं 50 लाख की राशि से अन्य जरूरी उपकरण खरीदने की अनुशंसा की है।
बता दें कि इस महामारी को लेकर मधेपुरा विधायक प्रो.चन्द्रशेखर द्वारा जेएनकेटीएमसीएच व सदर अस्पताल का सघन निरीक्षण किया गया। अव्यवस्था की स्थिति को उजागर करते हुए उन्होंने यही कहा कि कुछ नर्सों की बदौलत इतने बड़े अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था संचालित हो रही है। बाद में ड्यूटी से गायब 40 चिकित्सकों से सोकाॅउज पूछा गया। इतने चिकित्सकों का ड्यूटी से गायब रहना बेहद खतरनाक है। जनप्रतिनिधि के चौकन्ना रहने के कारण भी अस्पतालों में व्याप्त असुविधाओं को लेकर अधिकारियों ने अस्पतालों को जबरदस्त फटकार लगाई और 500 बेड वाले कर्पूरी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को फिलहाल कोविड केयरअस्पताल बना दिया गया है।
वहीं मधेपुरा-सहरसा के विकास प्रेमी सांसद दिनेश चंद्र यादव क्षेत्र भ्रमण के दौरान निरंतर लोगों से यही कहते रहे हैं कि वे बेवजह घर से बाहर नहीं निकलें, कोरोना प्रोटोकॉल की सख्ती से पालन करें और बार-बार साबुन से हाथ होते रहें तथा सैनिटाइजर का उपयोग भी करते रहें।