सर्वाधिक चिंता की बात तो यह है कि बिहार में 1 दिन में रिकॉर्ड 6133 कोरोना संक्रमित मिले। अब तक के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए। पटना में सर्वाधिक 2105 नए कोरोना संक्रमित मिले जबकि अन्य 14 जिलों में 100 से अधिक नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई।
तत्काल निजी एवं सरकारी स्कूलों में एक तिहाई शिक्षक ही रोज आएंगे। अस्पताल आने वाले मरीजों की पहले होगी थर्मल स्क्रीनिंग तथा कोरोना संक्रमण के लक्षण मिलने पर उस मरीज का एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। तैयारी के तौर पर सभी सरकारी अस्पतालों में अब ‘फ्लू कॉर्नर’ खुलेगा जिसमें एक मेडिकल टीम बैठेगी, जो मरीजों की स्क्रीनिंग कर जांच करेगी।
यह भी कि शादी हो या हो मृतक का दाह-दफन संस्कार प्रत्येक में कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किए जाने का प्रशासनिक निर्देश जारी है। ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली एजेंसियों के यहां मजिस्ट्रेट की तैनाती भी कर दी गई है।
चलते-चलते बकौल समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण मधेपुरी- विज्ञान ने तो दूरियों को घटा दी है, परंतु कोरोना के कारण पड़ोसियों एवं रिश्तेदारों के बीच की दूरियां बढ़ती जा रही है। कोरोना का खौफ लोगों में इस कदर बढ़ता जा रहा है कि पड़ोस के घर में मौत होने पर कोई झांकने तक नहीं जाता…. यहां तक कि नाते-रिश्तेदार वाले फोन करने पर भी नहीं आते….। ऐसा लगता है कि जिस गति से कोरोना के कारण लोगों की मौतें हो रही हैं उससे भी तेज गति से उनके परिजनों के अंदर हो रही है- “संवेदनाओं की मौत… और…. बहुत कुछ !”