भारत कृषि प्रधान देश है। लगभग 85% लोग गांव में रहते हैं जो कृषि पर निर्भर हैं। संवेदनशील हृदय वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने आजादी के बाद कहा था- गांवों की ओर चलो, लेकिन लोगों ने बात नहीं मानी। संपूर्ण भारतीय डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा था- शहर की सारी सुविधाएं ग्रामीण क्षेत्रों की ओर ले चलोगे तभी किसान सम्मानित होंगे। देश मजबूत होगा। भारत विकसित राष्ट्र बनेगा। उक्त बातें किसान मेला सह प्रदर्शनी के समापन सत्र में 27 मार्च को विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी-शिक्षाविद प्रो.(डॉ.)भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने जिले के किसानों को संबोधित करते हुए कही।
डॉ.मधेपुरी ने बहुमुखी प्रतिभा संपन्न जिला कृषि पदाधिकारी सह परियोजना निदेशक (आत्मा) राजन बालन, उद्यान निदेशक किरण भारती, वरीय कृषि वैज्ञानिक डॉ.मिथिलेश कुमार राय, राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान प्राप्त कृषक शंभू शरण भारतीय आदि को संबोधित करते हुए सर्वप्रथम इस धरती को और धरती के भगवान यानि अन्नदाता किसान को शत कोटि नमन निवेदित किया। कृषि विशेषज्ञों द्वारा दी गई अहम जानकारियों के साथ-साथ बेहतर फसल उगाने वाले किसानों को सम्मानित किए जाने की जमकर सराहना की डॉ.मधेपुरी ने। उन्होंने कहा कि राजन बालन जैसे जिला कृषि पदाधिकारी की जितनी तारीफ की जाए वह कम ही होगा।
समापन समारोह को कृषि विशेषज्ञ मुरारी कुमार सिंह, डॉ.मिथिलेश कुमार राय, उद्यान निदेशक किरण भारती एवं औषधीय फसलों के कृषि विशेषज्ञ शंभू शरण भारतीय आदि ने भी संबोधित किया। अंत में दूर-दूर से आए किसानों को धन्यवाद देते हुए डीएओ राजन बालन ने समापन समारोह की समाप्ति की घोषणा की।