मधेपुरा सदर एसडीपीओ अजय नारायण यादव ने सदर थाने में आयोजित शांति समिति की बैठक में कहा कि सरस्वती पूजा में इस बार नहीं बजेगा डीजे और ना तो सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाले गाने बजाए जाएंगे। उन्होंने मधेपुरा के लिए गंगा-जमुनी तहजीब पेश करने की बातें कही। साथ ही यह भी कि पूजा में हुड़दंग मचाने वाले असामाजिक तत्व पर हर हाल में सख्ती बरती जाएगी। प्रत्येक पूजा समिति को लाइसेंस लेना होगा।
इस बाबत समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी से पूछे जाने पर उन्होंने खेद प्रकट करते हुए कहा कि बच्चों को यह जानकारी बड़ों एवं शिक्षकों के द्वारा नहीं दी जाती कि वसंत पंचमी के दिन सरस्वती माता की वंदना व अर्चना क्यों की जाती है ? उन्होंने कहा कि बसंत ऋतु की मादकता और युवावस्था (जो जीवन का बसंत है) एक साथ मिल जाए तो बहकने और भटकने के चांस बनने लगते हैं। इसलिए बुद्धि की अधिष्ठात्री मां सरस्वती की पूजा हम सभी करते हैं कि हमारी बुद्धि को बल दो ताकि हमारे कदम कहीं भटके नहीं… कभी बहके नहीं !!