मिशन अस्पताल में क्रिसमस के अवसर पर प्रभु यीशु मसीह का जन्मदिन उत्सवी माहौल के साथ मनाया गया। कई स्कूली छात्र-छात्राओं ने भी प्रभु यीशु मसीह के जन्मदिन पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया, जहां ईसा मसीह के जन्म की खुशी सबके चेहरे पर छलक रही थी। चारो ओर क्रिसमस त्योहार को लेकर शुक्रवार के सवेरे से ही ईसाई धर्मावलंबियों में खासा उत्साह दिख रहा था।
बता दें कि प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए चर्च के फादर विजय टुडू ने अपने संबोधन में यही कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा के लिए ही प्रभु यीशु इस धरती पर अवतरित हुए थे। अन्याय एवं पाखंड के प्रतिकार में उन्होंने अपना प्राण न्योछावर कर दिया था। उनका सारा जीवन ही लोक कल्याण में बीता था। आज पूरे विश्व में अधिकांश लोग उनके बताए मार्ग पर चल रहे हैं।
यह भी जानिए कि स्कूली बच्चों द्वारा ईसा मसीह के जीवन पर आधारित नाटक की रोचक प्रस्तुति की गई। आदिवासी समाज के लोगों द्वारा ढोल-मंजीरे के धुनों पर पारंपरिक लोकनृत्य की प्रस्तुति की गई। इस धर्म को मानने वाले सीमावर्ती गांव के लोग भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
चलते-चलते यह भी बता दें कि इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते चर्च में सार्वजनिक आयोजन नहीं किया गया। कार्यक्रमों में ज्यादा लोग एक साथ शामिल नहीं हो इसका पूरा ख्याल रखा गया। इस बार कार्यक्रमों में प्रवेश पर रोक लगी रही। अंत में पास्टर रघु मुर्मू “प्रेम” शब्द को जीवन में उतारने की जरूरत बताते हुए कई महत्वपूर्ण बातें कही। श्री मुर्मू ने कहा कि प्रभु यीशु ने लोगों को आपस में प्रेम और सद्भावना बनाए रखने का संदेश दिया है।
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