severe cold wave in Bihar.

यह है सर्दी का सितम बिहार में गया शहर में तापमान सबसे कम

जानिए कि कड़ाके की ठंड हो या हो भीषण गर्मी, दोनों में से कोई जब खतरनाक स्थिति की ओर बढ़ने लगती है तब पहले मौसम विभाग की ओर से ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया जाता है और खतरनाक स्थिति पर पहुंचने के बाद ही विभाग द्वारा ‘रेड अलर्ट’ जारी किया जाता है।

बता दें कि सूबे बिहार में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दो दिनों में 2 डिग्री सेल्सियस से अधिक की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। पूरा प्रदेश कोल्ड वेब की चपेट में आ गया है। एक दिन कबल गया शहर में सबसे कम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बिहार के 26 जिले… गया, डेहरी, पटना, भागलपुर, पूर्णिया, आरा, बक्सर, रोहतास, भभुआ… आदि शीतलहर की चपेट में आ गया है। दिनभर कनकनी वाली हवा दो दिनों से चल रही है। गया में 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चली। गत वर्ष दिसंबर के अंतिम दिन, गया में न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।

इस वर्ष उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण आने वाले दिनों में कोल्ड वेब का और अधिक गहरा असर रहेगा। फिलहाल राहत की संभावना नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले दो दिनों तक राज्य के न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट और आएगी। सुबह-शाम कोहरा का प्रकोप पूरे राज्य में रहेगा, जिस कारण सड़कों पर विजिबिलिटी कम रहेगी। लोगों एवं वाहन चालकों को देखने में भी परेशानियां होंगी। मौसम विभाग ने ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी कर दिया है। सावधान रहें ! जीवन अनमोल है… !! वाहन धीरे चलाएं…!!!

चलते-चलते यह भी कि भीषण ठंड के कारण कोल्ड डायरिया का अटैक शुरू हो गया है। कड़ाके की ठंड के चलते लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। डायबिटीज और हार्ट के मरीजों की भी ठंड में परेशानियां बढ़ने लगी है। ठंड से बचने के लिए सरकारी अस्पताल के मरीजों को अपने घरों से कंबल-रजाई मंगाने पड़ रहे हैं। शहर में अभी तक अलाव जलाने की पुख्ता व्यवस्था नजर नहीं आ रही है। अलाव के प्रति प्रशासनिक उदासीनता से लोग आक्रोशित होने लगे हैं तथा बढ़ रही भीषण ठंड में चौक-चौराहों पर अलाव जलाने की मांग भी करने लगे हैं।

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