राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पंचायत चुनाव हेतु जिला पदाधिकारियों से मांगे गए प्रस्ताव के सिलसिले में राज्य में अधिकतम 9 चरणों में पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। आयोग द्वारा प्रत्येक जिले के जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) से पूछा गया है कि उनके जिले में कितने चरणों में पंचायत चुनाव कराने की तैयारी की जाए।
बता दें कि सूबे बिहार के प्रत्येक जिला के डीएम-एसपी को अपने आलाधिकारियों के साथ इस बाबत बैठक कर चिंतन-मंथन करने के बाद संभावित चरणों का प्रस्ताव आयोग के पास भेजना है। आयोग द्वारा सभी डीएम से यही कहा गया है कि इस बाबत प्रखंडों का चरणवार विवरण 15 दिनों के अंदर उपलब्ध करा दें ताकि पंचायत चुनाव कराने का प्रस्ताव बिहार सरकार के विचारार्थ बिना देर किए भेजा जा सके।
जानिए कि सूबे बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव तथा ग्राम कचहरियों का आम निर्वाचन नए वर्ष 2021 के मार्च-अप्रैल-मई तक संपन्न कराने की संभावना है। पंचायत चुनाव में विधानसभा के चुनाव से अधिक मतदान केंद्र बनाए जाते हैं। तदनुरूप मतदान कर्मियों एवं सुरक्षाकर्मियों की अधिक आवश्यकता पड़ती है और इस हेतु अर्धसैनिक बलों के लिए सरकार को लिखा जाता है।
चलते-चलते यह भी जानिए कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला परिषद, पंचायत समिति, मुखिया, सरपंच, पंच व पंचायत सदस्यों आदि के करीब 2 लाख 58 हजार पदों पर चुनाव होना है। इसके लिए मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य आरंभ होने जा रहा है।