कोरोना संक्रमण के बावजूद सैकड़ों छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ ! कोरोना के खौफ पर भारी पड़ी छठी मैया के प्रति आस्था ! जिले भर में आस्था के साथ उमंग भरे माहौल में महापर्व छठ का समापन तो हो गया, परंतु जिले के 13 प्रखंडों में शनिवार को सवेरे उत्सव भरे माहौल में सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पण करते समय व्रतियों ने छठी मैया से कोरोना संक्रमण दूर भगाने की दुआएं मांगी।
बता दें कि सैकड़ों छठ घाटों पर गूंजते रहे छठी मैया के गीत। घाटों के अलावे पूरा क्षेत्र ही छठ-गीतों से गूंजता रहा। किसी का मुंह मास्क से ढका नजर नहीं आया, लेकिन हर किसी के जुबान पर छठी मैया के गीत मौजूद…। घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण कोरोना को लेकर सरकारी आदेश बेअसर और पुलिस प्रशासन बेबस। कहां मास्क और कहां सैनिटाइजर ? जबकि चतुर्दिक कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की आशंका गहराती जा रही है।
जानिए कि भारत में 17 सितंबर को 98 हजार नए मामले आए थे और घटते हुए 17 नवंबर को 30 हजार कोरोना संक्रमित पाए गए जबकि 21 नवंबर (शनिवार) को बीते 24 घंटे में लगभग 50 हज़ार नए मामले सामने आ गए…. जिसे देखते हुए कई राज्यों में लाॅकडाउन जैसी पाबंदियां लौटने लगी हैं। जहां गुजरात के अहमदाबाद में कोरोना के कारण हालात बिगड़ते देख 20 नवंबर (शुक्रवार) की रात 9:00 बजे से 23 नवंबर (सोमवार) के सुबह 6:00 बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है, वहीं सूरत, राजकोट व वड़ोदरा शहर में केवल रात का कर्फ्यू लगाया गया है। मध्य प्रदेश सरकार ने भी 5 जिलों में रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है। भला क्यों नहीं, सिविल सेवा के तीन दर्जन ट्रेनिंग ले रहे अफसर भी तो कोरोना के गिरफ्त में आ गए हैं।