सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल के मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा करने के बाद यही कहा कि हम लोग अपने कर्तव्य को पूरी गंभीरता से निभाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यकर्ताओं से मिलना भी हमारा काम है। किसी को निराश नहीं होना चाहिए।
बता दें कि नई सरकार में नौ को पहली बार और दो को दूसरी बार मंत्री पद मिला है जिसमें उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद बिहार सरकार में पहली बार ही वित्त मंत्री बने हैं तथा प्रथम महिला उपमुख्यमंत्री रेणु देवी दूसरी बार सरकार में शामिल हुई हैं।
जानिए कि जहाँ नीतीश सरकार में शामिल 14 मंत्रियों में से 11 नए चेहरे को दी गई 26 विभागों की जिम्मेदारी, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को इस 17वीं विधानसभा के पहले सत्र के लिए प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। सभी नवनिर्वाचित विधायकों को 23 एवं 24 नवंबर को प्रोटेम स्पीकर श्री माँझी द्वारा शपथ दिलाई जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष के विधिवत चुनाव होने तक श्री माँझी प्रोटेम स्पीकर के रूप में सदन का संचालन करते रहेंगे।
यह भी जान लेना जरूरी है कि जदयू के मंत्रियों का कुल विभागीय बजट 107348 करोड़ रुपये है जो भाजपा के मंत्रियों के विभागीय बजट से 43830 करोड़ रुपये से ज्यादे हैं और उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तार किशोर ने सूबे के लोगों को सरकार के विकास की प्राथमिकता बताते हुए यही कहा कि सात निश्चय योजना पार्ट- 2 को सरजमीं पर उतारकर बिहार के साथ-साथ भारत को आत्मनिर्भर बनाने के उपायों को धरातल पर उतारा जाएगा।
चलते-चलते यह भी कि जदयू के वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने नीतीश कुमार द्वारा कैबिनेट मंत्रियों के विभागों के बंटवारे पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि बिहार को रोशन करने वाले ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव को पुनः ऊर्जा मंत्रालय देने, कुलपति रहे मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाए जाने, विधानसभा अध्यक्ष रहे विजय कुमार चौधरी को बापू के गांव के विकास का मंत्री बनाए जाने के साथ-साथ जदयू कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी को पुनः भवन निर्माण दिए जाने के साथ अपने पास गृह और डिप्टी सीएम को खजाने का जिम्मा देने पर कोटि-कोटि साधुवाद दिया है।