बिहार में विधानसभा- 2020 का चुनाव संपन्न हुआ। एनडीए को 125, महागठबंधन को 110 एवं अन्य के खाते में 8 सीटें गई। एनडीए के चारों घटक दलों- जेडीयू, भाजपा, वीआईपी और हम के प्रतिनिधिगण महामहिम राज्यपाल फागू चौहान से आज मिले। एनडीए विधान मंडल द्वारा चयनित नेता नीतीश कुमार ने 125 विधायकों की सहमति पत्र के साथ राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। कल ‘भैया दूज’ के दिन शाम 4:00 बजे बाद नीतीश कुमार….. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे…. सातवीं बार !!
बता दें कि आज संध्या 4:00 से पहले नीतीश कुमार के आवास पर भाजपा के दिग्गज नेता भूपेन्द्र यादव एवं देवेंद्र फडणवीस व अन्य दो-दो बार मिले। इस मिलन में चर्चाएं हुई कि कैबिनेट कितना बड़ा होगा… मंत्री कौन-कौन बनेंगे तथा डिप्टी सीएम का पद सुशील मोदी की जगह किन्हीं और को दी जाएगी या वही रहेंगे।
यह भी बता दें कि पूर्व में कभी भी केंद्र से कोई पर्यवेक्षक सरकार गठन के समय नहीं आते थे। पहली बार केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भाजपा नेतृत्व द्वारा बिहार भेजा गया। एनडीए पर्यवेक्षक के रूप में राजनाथ सिंह ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की ताजपोशी का ऐलान तो कर दिया, परंतु डिप्टी सीएम पर चुप्पी साध ली। पूछे जाने पर नीतीश कुमार और सुशील मोदी भी चुप रहे जबकि दोनों के अंदर से यही आवाज निकलती रही———- ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे।
जानिए कि एनडीए की बैठक में नीतीश कुमार ने खुद मुख्यमंत्री नहीं बनने की बात कही और भाजपा को ही मुख्यमंत्री चुनने को कहा, परंतु राजनाथ सिंह, भूपेन्द्र यादव आदि के कहने पर सीएम बनना स्वीकार किया। पुनः ऐसा लगने लगा है कि सुशील मोदी की जगह दो डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे। एक होंगे- भाजपा विधानमंडल के नेता तार किशोर प्रसाद एवं दूसरी होंगी उपनेता श्रीमती रेणु देवी। एक महिला को डिप्टी सीएम बनाने के बाबत यह चर्चा होने लगी है कि इस चुनाव में एनडीए को आधी आबादी का सर्वाधिक मत मिला है, इसलिए प्रथम महिला डिप्टी सीएम के रूप में रेणु देवी को चुने जाने की जोरदार चर्चा हो रही है।
चलते-चलते यह भी बता दें कि इस चर्चा को सुनकर समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए यही कहा कि एनडीए सरकार के होम करते हाथों को जलने से बचानेवाली आधी आबादी को डिप्टी सीएम का पद दिया जाना सर्वाधिक उचित कदम है….. इसके लिए नमो-नीतीश की जितनी सराहना की जाए, वह कम है।