बिहार में चुनाव की तैयारी के दरमियान कोरोना पर दी जा रही लापरवाही किसी बड़ी आफत को दावत तो नहीं दे रही ! सीनियर सिटीजन घर में रहें, सुरक्षित रहें। बाहर निकलना जरूरी हो तो मास्क लगाकर निकले और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अवश्य करें।
बता दें कि विधानसभा चुनाव के दरमियान कोरोना को लेकर ना तो जनता को फिक्र है और ना नेता को…… ऐसा लगता है कि चुनाव के बाद कोरोना फिर कहर ढायेगा तथा बड़ी महामारी की चपेट में आएगा बिहार। चुनाव की सरगर्मी के बीच चारों तरफ सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है, जबकि यह कहावत बड़े ही नहीं, बच्चे भी जानते हैं कि जान है तो जहान है।
जानिए कि कोरोना बिहार में चुनावी मुद्दा भी बनता जा रहा है। बिहार में दो मंत्रियों सहित एक सीनियर पुलिस पदाधिकारी, 9 नेता एवं एक दर्जन के लगभग कोरोना वरियर्स यानि डाॅक्टर्स मौत को गले लगा चुके हैं। अभी भी देश में फैलता जा रहा है। बिहार में मरने वालों की संख्या 1000 के पार चली गई है।
चलते-चलते यह बता दें कि फिलहाल बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूढ़ी सहित कई अन्य बड़ी-बड़ी हस्तियां की चपेट में आने के कारण क्वारनटीन में हैं। प्रधानमंत्री भी कहते रहे हैं कि लाॅकडाउन भले ही चला गया परंतु अभी तक कोरोना वायरस नहीं गया है। हालात अभी भी नाजुक बनी हुई है। लापरवाही बरतने वाले अपने परिवार को संकट में डाल रहे हैं।
अंत में यह भी कि विदेशों में कोरोना घटने के बाद फिर से बढ़ने लगा है। संसार के न जाने कितने देश वैक्सीन बनाने में जुटे हैं परंतु सफलता नहीं मिल रही है। अतः जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं।