First Rail Engine from Alstom Madhepura Rail Engine Factory.

मधेपुरा में बने शक्तिशाली रेल इंजन के चलते भारत बन गया विश्व का छठा देश

मधेपुरा रेल फैक्ट्री में देश का सबसे शक्तिशाली 12 हजार हॉर्स पावर क्षमता वाली हाई स्पीड इंजन अधिकतम 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने में सक्षम है। अब कम से कम समय में मालगाड़ी से सामग्रियों और वस्तुओं को पहुंचाना संभव हो पाएगा। भारत इस तरह का शक्तिशाली इंजन निर्माण करने वाला संसार का छठा देश बन गया है।

बता दें कि आरडीएसओ लखनऊ एवं भारतीय रेलवे बोर्ड ने मधेपुरा रेल फैक्ट्री में बने इस शक्तिशाली इंजन को 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने की स्वीकृति दे दी है। हालांकि डिप्टी चीफ इंजीनियर (इलेक्ट्रिक) प्रभात कुमार ने कहा कि जिस रेलखंड के लिए 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन परिचालन की अनुमति होगी वहीं पर यह इंजन 120 किलोमीटर की स्पीड से चलेगी तथा जिस रेलखंड पर स्वीकृति 100 या 80 की होगी वहाँ उसी मुताबिक इस इंजन की स्पीड रहेगी।

बकौल मधेपुरा रेल कारखाने के डिप्टी चीफ इंजीनियर अनुराग कुमार- यह भी जानिए कि शुरू में कारखाने से प्रति माह 4 इंजन निकालने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, परंतु अब हर माह 8 इंजन भारतीय रेल की पटरी पर चलाने के लिए निकाला जाने लगा है। मई माह से अब तक कुल 39 इंजन निकल चुका है। हाल ही में विगत 10 अक्टूबर 2020 को 4 एसी विद्युत इंजन निकाला गया था।

इस तरह की जानकारियां मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मधेपुरा के समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने इस रेल फैक्ट्री के निर्माण काल के तत्कालीन डायनेमिक डीएम मो.सोहैल को याद किया जिनके सद्प्रयासों के चलते यह फैक्ट्री निर्धारित समय से पूर्व ही बनकर तैयार हो गई थी।

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