सोचिए तो सही जिसे पद की ऊंचाई छू ना सका हो, जिसके जीवन में एक बार झांक लेने मात्र से ही गीता का कर्मयोग समझ में आ जाता हो और जिसके जीवन का हर पल सहजता व साधना का पर्याय बनकर भारत से यही कहता रहा हो कि बच्चे नैतिकवान होंगे तो भारत मजबूत बनेगा- ऐसी सोच वाले संपूर्ण भारतीय भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम की जरूरत देश एक बार फिर महसूसने लगा है। ये बातें भारतरत्न डॉ.कलाम के अत्यंत करीबी रहे समाजसेवी-साहित्यकार डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने आज अपने ‘वृंदावन’ निवास पर उनकी 90वीं जयंती के अवसर पर खेल गुरु संत कुमार एवं जिला कबड्डी संघ के सचिव अरुण कुमार की टीम को संबोधित करते हुए कही।
इस बार कोरोना के चलते डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम पार्क की बंदी के कारण इस कार्यक्रम को डॉ.मधेपुरी ने अपने वृंदावन निवास पर आयोजित किया और जिले के बालक एवं बालिका कबड्डी के लाइफलाइन अरुण कुमार को पाग, शाॅल आदि से सम्मानित किया। डॉ.मधेपुरी ने अरुण कुमार को कबड्डी के क्षेत्र में राजकीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर जिले को गौरवान्वित करने में लगे रहने हेतु सम्मानित किया है। विगत वर्ष खेल गुरु संत कुमार को डॉ.कलाम पार्क में डॉ.मधेपुरी ने सम्मानित किया था। डॉ.मधेपुरी प्रतिवर्ष उन्हें सम्मानित किया करते हैं जो जिले को गौरवान्वित करने में लगे रहते हैं।
अंत में डॉ.मधेपुरी ने उपस्थित बच्चों के बीच लड्डू बांटने के पूर्व गांधीयन मिसाइल मैन डॉ.कलाम के शून्य से शिखर तक की कथा संक्षेप में सुनाई और बैडमिंटन खिलाड़ी प्रियरंजन ने धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की।