भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार विधान सभा निर्वाचन की घोषणा 25 सितंबर को किए जाने के साथ ही जिले के आलम नगर, बिहारीगंज, मधेपुरा और सिंहेश्वर चारो विधानसभा क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों के लगे पोस्टर व होर्डिंग आदि को हटाना आरंभ कर दिया गया। ये कार्य सभी प्रखंडों के बीडीओ को सौंपा गया है, जिसे प्रखंड विकास पदाधिकारियों ने 26 सितंबर से ही हटाना शुरू कर दिया है। जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला (आईएएस) ने जिले भर में आचार संहिता लागू होने की घोषणा कर दी है।
बता दें कि जिले के नवनियुक्त आरक्षी अधीक्षक योगेंद्र प्रसाद (आईपीएस), डीडीसी विनोद कुमार सिंह एवं एडीएम उपेंद्र कुमार की उपस्थिति में प्रेस कान्फ्रेंस में चुनावी कार्यक्रमों की जानकारियाँ देते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम नवदीप शुक्ला ने बताया कि तीसरे चरण में मधेपुरा जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों- मधेपुरा, आलमनगर, बिहारीगंज और सिंहेश्वर का चुनाव 7 नवंबर को होगा। प्रत्येक क्षेत्र में 3 लाख से अधिक मतदाता हैं जिनमें आलमनगर शीर्ष पर है।
डीएम शुक्ला ने कहा कि 13 अक्टूबर को अधिसूचना के साथ नामांकन पत्र भरना आरंभ होगा जिसकी अंतिम तारीख 20 अक्टूबर निर्धारित है। 21 अक्टूबर को स्क्रूटनी और 23 अक्टूबर को नामांकन वापसी की अंतिम तिथि तय की गई है। जिले के चारों विधानसभा में 7 नवंबर को मतदान होगा और 10 नवंबर को मतगणना के साथ नतीजे घोषित किए जाएंगे।
एसपी योगेंद्र ने चुनाव हेतु अतिरिक्त पुलिस बल की मांग के साथ-साथ शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए विशेष प्लानिंग सहित पुलिस पदाधिकारियों को टास्क भी दिया है, जिसकी मॉनिटरिंग भी की जा रही है।
मौके पर समाजसेवी डॉ.भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने छुटे हुए लोगों के नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा विशेष कैंप आयोजित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। डॉ.मधेपुरी ने यह भी कहा कि 2015 के चुनाव में प्रत्येक विधानसभा में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं द्वारा 10% से अधिक मतदान किया गया, फिर भी राजनीतिक पार्टियों द्वारा महिलाओं को सम्मानजनक प्रतिनिधित्व करने का अवसर तक नहीं दिया जाना सर्वथा अनुचित है।